दिल्ली में योग दिवस पर ‘डिप्लोमा इन मेडिटेशन एंड योग’ होगा शुरू

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 16-06-2021
दिल्ली में योग दिवस पर ‘डिप्लोमा इन मेडिटेशन एंड योग’ होगा शुरू
दिल्ली में योग दिवस पर ‘डिप्लोमा इन मेडिटेशन एंड योग’ होगा शुरू

 

नई दिल्ली. दिल्ली में 21 जून को विश्व योग दिवस के अवसर पर दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज रिसर्च यूनिवर्सिटी द्वारा ‘डिप्लोमा इन मेडिटेशन एंड योग’ कोर्स को लांच किया जाएगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसका उद्घाटन करेंगे.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की जा रही इस पहल के प्रगति समीक्षा की. दिल्ली सरकार का विजन है कि योग को जनांदोलन बनाना है. डीपीएसआरयू में शुरू किया गया 1 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स इसी विजन का हिस्सा है.

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि योग को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा 1 साल का एक डिप्लोमा कोर्स श्डिप्लोमा इन मेडिटेशन एंड योग साइंसेसश् शुरू किया जा रहा है. किसी भी विषय से 10 प्लस 2 करने वाले अभ्यर्थी इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं. इस डिप्लोमा कोर्स का मुख्य केंद्र दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी में होगा. अन्य विस्तारित केंद्र पूरी दिल्ली में विभिन्न स्कूलों में होंगे. जहां सांध्यकालीन सत्र सप्ताह में 3 दिन प्रतिदिन 2 घंटे चलेगा. डिप्लोमा पूरा होने के बाद प्रशिक्षु एक प्रोफेशनल योगा ट्रेनर के तौर पर लोगों को योग और मेडिटेशन सीखा पाएंगे.

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में हजारों सालों से ध्यान और योग का अभ्यास किया जा रहा है. हमें गर्व महसूस होता है कि भारतीय ध्यान और योग परम्परा ने सैकड़ों वर्षों से दुनियाभर में लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना सिखाया है. विदेशों में लोगों ने ध्यान और योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विजन साकार करते हुए हमें योग को जन आंदोलन बनाकर उसे घर-घर तक पहुंचाना है और योग व मेडिटेशन को जनता के दैनिक जीवन का हिस्सा बनना है. उन्होंने कहा कि कोर्स से ट्रेनिंग लेने के बाद प्रशिक्षु पूरी दिल्ली को मेडिटेशन और योग सिखाएंगे और एक खुशहाल दिल्ली के निर्माण में अपना योगदान देंगे.

गौरतलब है की डीपीएसआरयू द्वारा शुरू किए जा रहे इस डिप्लोमा प्रोग्राम द्वारा पहले बैच में 400 प्रशिक्षु ट्रेनिंग लेंगे जिन्हें शुरूआत में ऑनलाइन माध्यम से ट्रेनिंग दी जाएगी. लॉकडाउन खत्म होने के बाद इन प्रशिक्षुओं को सेंटर पर ट्रेंनिंग दिया जाएगा. विश्वविद्यालय में अगले सत्र में 600 और प्रशिक्षुयों को दाखिला दिया जाएगा.