ओमिक्रोन पर सरकार सतर्क, उच्चस्तरीय बैठक के बाद जारी नए दिशा-निर्देश

Story by  मंजीत ठाकुर | Published by  [email protected] | Date 30-11-2021
कोविड 19 के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर अलर्ट मोड में सरकार
कोविड 19 के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर अलर्ट मोड में सरकार

 

मंजीत ठाकुर/ नई दिल्ली

देश में कोविड के नए खतरे पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. कोविड 19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर केंद्र सरकार सभी सतर्कता उपाय बरत रही है. इस संदर्भ में सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, राजेश भूषण ने विभिन्न देशों में कोविड 19 के ओमिक्रोन वैरिएंट की रिपोर्ट और देशभर में इससे बचने के उपायों और तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के साथ एक उच्चस्तरीय वर्चुअल बैठक की. इस मौके पर नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल भी मौजूद थे.


इस नए खतरे से बचने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संशोधित दिशानिर्देशों और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा सलाह के बारे में राज्यों को जानकारी दी है. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को सलाह दी कि वे अपने सुरक्षा उपायों में ढील न दें और विभिन्न हवाई अड्डों, बंदरगाहों और भूमि सीमा पार से देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखें.


इस बैठक में राज्यों को कहा गया कि पहले दिन से ही संभावित खतरे वाले देशों से आने वाले यात्रियों के नमूने लिए जाएं. और इन यात्रियों के आठवें दिन भी नमूने लिए जाएं. संभावित खतरे वाले देशों के यात्रियों को तब तक हवाई अड्डे पर इंतजार करना होगा, जब तक कि उनके आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट न आ जाए.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सभी पॉजिटिव सैंपल्स को जीनोम सीक्वेसिंग के लिए आइएनएसएसीओजी लैब्स में भेजा जाए. राज्यों को सभी पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए लोगों की निगरानी रखनी होगी और अगले 14 दिन तक निगहबानी करनी होगी.


केंद्र ने राज्यों से टेस्टिंग सुविधाएं बढ़ाने को भी कहा है और साथ ही टेस्टिंग दिशा-निर्देशों को कड़ाई से लागू करने का परामर्श दिया है. राज्यों को हर जिले में आरटी-पीसीआर अनुपात को बनाए रखने के लिए बहुत अधिक संख्या में जांच करना अनिवार्य कर दिया गया है.


हॉटस्पॉट की प्रभावी निगरानी: केंद्र ने राज्यों को उन क्षेत्रों की निरंतर निगरानी करने की सलाह दी है जहां हाल ही में बड़ी संख्या में पॉजिटव मामले सामने आए थे. केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वह स्वास्थ्य ढांचे को दुरुस्त कर लें. इनमें आइसीयू, ऑक्सीजन बेड्स की उपलब्धता, वेंटिलेटरों का उपलब्ध होना शामिल है. अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आने पर उनके लिए जारी किए गए दिशा-निर्देश आज रात (सोमवार) से लागू हो जाएंगे. 

बैठक में डॉ. विनोद पॉल ने कहा कि देश में कोविड 19 प्रबंधन का कौशल आ गया है. लेकिन उन्होंने जोर दिया कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना बेहद अहम है. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों का जुटान करना ठीक नहीं और वैक्सीनेशन पर जोर दिया जाना चाहिए. इसी क्रम में उन्होंने टीके के पहले डोज लगाने के अभियान ‘हर घर दस्तक’को 31 दिसंबर तक बढ़ाने का एलान भी किया.

आइसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट का पता आरटी-पीसीआर टेस्ट और आरएटी टेस्ट से लगाया जा सकता है इसलिए राज्यों को टेस्टिंग पर अधिक जोर देना चाहिए.

बैठक में एमओसीए के सचिव राजीव बंसल, डॉ. बलराम भार्गव, सचिव (स्वास्थ्य अनुसंधान) और डीजी आईसीएमआर, डॉ. सुजीत के सिंह, निदेशक, एनसीडीसी, राज्य स्वास्थ्य सचिव, एमडी (एनएचएम), मंत्रालय के प्रतिनिधि ने भाग लिया. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय, आप्रवासन ब्यूरो (बीओआई), राज्य हवाई अड्डे के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी (एपीएचओ) और राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के अन्य अधिकारी भी इसमें मौजूद थे.