मंकी पॉक्स का दूसरा मामला मिलने के बाद केंद्र सतर्क, एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के आदेश

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
मंकी पॉक्स का दूसरा मामला मिलने के बाद केंद्र सतर्क, एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के आदेश
मंकी पॉक्स का दूसरा मामला मिलने के बाद केंद्र सतर्क, एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के आदेश

 

आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
 
देश में मंकीपॉक्स का दूसरा मामला सामने आने के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है. केंद्र ने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और बंदरगाहों पर प्वाइंट ऑफ एंट्री (पीओई) की स्वास्थ्य गतिविधियों की समीक्षा के लिए एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया.
 
केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स के मरीजों का जल्द पता लगाने और इलाज के लिए हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर स्क्रीनिंग के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. बैठक में हवाई अड्डे और बंदरगाह के स्वास्थ्य अधिकारियों और क्षेत्रीय कार्यालयों के क्षेत्रीय निदेशकों ने भाग लिया.
 
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि राज्यों, हवाई अड्डों और बंदरगाहों के स्वास्थ्य अधिकारियों को मंकीपॉक्स के जोखिम को कम करने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है.
 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंकीपॉक्स रोग के प्रबंधन के लिए दिशानिर्देश के अनुसार, मंकीपॉक्स रोग के चिकित्सा प्रबंधन और उपचार की सलाह दी जाती है. इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर आप्रवासन जैसी अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय की सलाह दी गई है.
 
यदि आवश्यक हो तो बंदरगाह और हवाईअड्डा विशिष्ट अस्पताल सुविधाएं मौजूद रहें. यदि कोई संक्रमित व्यक्ति पाया जाता है, तो उसे समय पर रेफर किया जाना चाहिए और अलग किया जाना चाहिए.बता दें कि देश में मंकीपॉक्स के दूसरे मामले की पुष्टि हुई है.
 
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने सोमवार को कहा कि पिछले हफ्ते दुबई से राज्य में आए एक 31 वर्षीय व्यक्ति ने सकारात्मक परीक्षण किया. इससे पहले भी केरल से मंकी पॉक्स का मामला सामने आया था.
 
उन्होंने कहा कि राज्य के साथ-साथ देश में मंकीपॉक्स का यह दूसरा मामला है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 13 जुलाई को केरल पहुंचा मरीज कन्नूर का रहने वाला है और वहां के प्रियराम मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा है.
 
उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति का स्वास्थ्य स्थिर है. स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि मरीज के निकट संपर्क में आने वाले सभी लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.