नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने क्यों कहा,बड़े बजट की फिल्मों में कहां है सिनेमा और प्रतिभा ?

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने क्यों कहा,बड़े बजट की फिल्मों में कहां है सिनेमा और प्रतिभा ?
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने क्यों कहा,बड़े बजट की फिल्मों में कहां है सिनेमा और प्रतिभा ?

 

आवाज द वाॅयस / मुंबई
 
बाॅलीवुड के प्रतिभाशाली अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने हाल में बड़े बजट की फिल्मों की रिलीज पर टिप्पणी की और पूछा कि उनमें सिनेमा कहां है ?नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपने हालिया साक्षात्कार में हाल ही में रिलीज हुई बड़े बजट की फिल्में ‘ट्रिपल आर‘ और ‘केजीएफः चैप्टर 2‘ की सफलता के कारणों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.

बॉलीवुड अभिनेता ने कहा कि बड़े बजट की फिल्में निश्चित रूप से महान होती हैं, लेकिन वे केवल आश्चर्य और भय पैदा करती हैं.इसमें सिनेमा कहां है? कौशल कहां है ? नवाजुद्दीन ने कहा,
‘‘मुझे अभी भी लगता है कि फिल्में नहीं बदली हैं. सतही मनोरंजन उभर रहा है. ओटीटी प्लेटफॉर्म बड़े बजट की फिल्मों की तुलना में बेहतर सामग्री बना रहा है.‘‘ 
 
उन्होंने आगे कहा कि बड़ी बजट फिल्मों में दृश्य अनुभव, आश्चर्य और भय होते हैं. इन फिल्मों ने सिनेमाघरों को घेर लिया है और ऐसा माना जा रहा है कि छोटे बजट की फिल्म रिलीज ही नहीं होनी चाहिए.
 
बातचीत के दौरान अभिनेता से व्यावसायिक सिनेमा में मुख्य किरदार के बदलाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिल्म ठाकरे में मैंने मुख्य भूमिका निभाई. मैंने मंटो में मुख्य भूमिका निभाई. तब कुछ बदलाव सा दिखा था.
 
उन्होंने कहाः ‘‘लेकिन जिस तरह से फिल्में हिट हो रही हैं, ऐसा लगता है कि लोग बस फालतू हो रहे हैं, वे सिर्फ मस्ती करना चाहते हैं और उन्हें मिल रहा है.‘‘नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि कम बजट की फिल्मों को सिनेमाघरों में रिलीज कराने के लिए मेहनत करनी पड़ती है.बड़े बजट की फिल्मों में अच्छे दृश्य अनुभव होते हैं. मैं भी देखता हूं,
लेकिन इसमें हुनर ​​कहां है ?
 
हाल ही में बड़े बजट की एसएस राजा मौली की फिल्म ट्रिपल आर और प्रशांत नील की केजीएफः चैप्टर 2 रिलीज हुई है.