शाहरूख खान ने अपनी पत्नी गौरी से क्यों कहा, चलो बुर्का पहनो, नमाज पढ़ने चलते हैं ?

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 23-04-2022
शाहरूख खान ने अपनी पत्नी गौरी से क्यों कहा, चलो बुर्का पहनो, नमाज पढ़ने चलते हैं ?
शाहरूख खान ने अपनी पत्नी गौरी से क्यों कहा, चलो बुर्का पहनो, नमाज पढ़ने चलते हैं ?

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
 
बाॅलीवुड के किंग खान हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. इस बार सुर्खियों में रहने की वजह थोड़ी अलग है.उन्होंने शादी से पहले अपनी पत्नी गौरी खान और ससुराल वालों का एक दिलचस्प किस्सा सुनाया, जिससे वो चर्चा में आ गए है
 
25 अक्टूबर 1991 को गौरी खान से शादी करने वाले शाहरुख ने अपने ससुराल वालों के साथ अपनी पहली मुलाकात के दिन को याद करते हुए यह कहनानी बताई.किंग खान और गौरी की शादी को 31 साल बीत चुके हैं. इस जोड़े के 3 बच्चे हैं जिनमें एक लड़की और 2 लड़के हैं. उनका नौवाजवानी का प्यार अभी भी बरकरार है.
 
बॉलीवुड के बादशाह ने गौरी के परिवार से अपनी पहली मुलाकात का किस्सा सुनाया. मीडिया के अनुसार, शादी के बाद उनका फिल्मी करियर खूब फल-फूल रहा था. इस दौरान उनके ससुराल वाले उन्हें ठीक से नहीं जानते थे, इसलिए वह बेटी की शादी उनसे करने से कतरा रहे थे.
 
एक साक्षात्कार में, शाहरुख खान ने शादी से पहले गौरी के परिवार के साथ अपनी पहली मुलाकात का जिक्र किया, जो अपनी बेटी की शादी दूसरे धर्म के लड़के से करने को लेकर दुविधा में थे.
उन्होंने बताया,‘‘मुझे याद है कि पुराने जमाने का पूरा परिवार मुझसे मिलने आया था. आज भी मैं उन सभी और उनके विश्वासों का सम्मान करता हूं.‘‘ 
 
शाहरुख ने कहा कि वह दोपहर 1 बजे वहां पहुंचे, पुराने दिनों की तरह मेरे आसपास सब बैठे थे. सब आपस में पंजाबी में बात करने लगे.किंग खान ने आगे कहा, ‘‘उनमें से कुछ कह रहे थे कि लड़का मुसलमान है तो उनमें से एक ने कहा कि कहीं वह शादी के बाद गौरी का नाम तो नहीं बदल देगा. कहीं लड़की मुसलमान तो हो जाएगी.
 
बातचीत के इस अंदाज में मैं फौरन उठा और गौरी को संबोधित करते हुए बोला, उठो बुर्का पहनो चलो नमाज पढ़ते हैं. ऐसा करो सब चलते हैं.शाहरुख खान ने यह कहने पर मेरा पूरा परिवार स्तब्ध रह गया. सब कहने लगे कि यह तो अचानक बदल गया है.
 
इसके बावजूद शाहरूख ने अपने ससुराल वालों से मजाक जारी रखा और कहा, ‘‘देखो गौरी, तुम बुर्के में रहो. आज के बाद घर से बाहर नहीं जाओगी, हम उसका नाम आयशा रखेंगे.‘‘किंग खान ने उससे कहा कि तब से उसके ससुराल वालों के साथ चीजें बदल गई हैं. अब गौरी के परिवार के लिए अपनी बेटी से ज्यादा मुझे प्यार करने का समय आ गया है.
 
उन्होंने कहा कि इस घटना से जो सबक मिला है वह धर्म के सम्मान से जुड़ा है. इसे प्रेम के आड़े नहीं आना चाहिए.यह एक महान विवाह था जो अभी भी मजबूत है.