36 वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला: बड़ी चौपाल पर ताजिकिस्तान के कलाकार ने -ओरे पिया- गाकर किया मंत्रमुग्ध

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 08-02-2023
36 वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला: बड़ी चौपाल पर ताजिकिस्तान के कलाकार ने -ओरे पिया- गाकर किया मंत्रमुग्ध
36 वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला: बड़ी चौपाल पर ताजिकिस्तान के कलाकार ने -ओरे पिया- गाकर किया मंत्रमुग्ध

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली 
 
फारसी भाषा वाले ताजिकिस्तान के कलाकारों ने उनके यहां खुशी व उल्लास के मौके का तसन्नो डांस किया. वहीं ताजी गीत रूईमोल पर दर्शकों का जोश देखने लायक था. ताजिकिस्तान के एक कलाकार ने आजा नचले फिल्म से राहत फतेह अली खान का ओरे पिया गाकर ये साबित कर दिया कि हिंदी का डंका सात समुंदर पार भी बजता है. किंगडम ऑफ स्वातनि के कलाकारों ने भी अपने देश की सांस्कृतिक विरासत को मंच पर रखा. सांस्कृतिक संध्या में खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष संदीप जोशी, मनोज कुमार, पर्यटन निगम के अधिकारी व कई देशों के मेहमान मौजूद थे.
 
हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन अरविंद यादव ने कहा कि मेले हमारी प्राचीन समृद्ध संस्कृति के हिस्से हैं. पर्यटन निगम राज्य में लगातार पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार तीर्थ स्थानों एवं साहसिक पर्यटन पर भी जोर दे रही है.
 
 
यादव मंगलवार को 36 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला में बड़ी चौपाल पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या पर अंतरराष्ट्रीय नृत्य ग्रुप कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने सबसे पहले दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. यादव ने कहा कि हरियाणा सरकार ऐसे आयोजनों से देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को हरियाणवी संस्कृति से रूबरू करवा रही है.
 
 
वहीं हरियाणवी खाना तथा हरियाणा सांस्कृति को आगे बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग ने स्टे होम योजना तैयार की है। इसमें कोई भी व्यक्ति दो कमरों का सैट बनाकर पर्यटन विभाग से पंजीकृत करवा सकता है. इन्हें ग्रामीण पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा.
 
सांस्कृतिक संध्या में सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में उज्बेकिस्तान के मेहमान कलाकारों ने तीन प्रस्तुतियां दी. शफेद परिधान में लाजगी डांस व सापोरी डांस से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं दोयरा वाद्ययंत्रों के साथ दर्शकों ने तालियों से लय में लय मिलाई.
 
रिपब्लिक आफ सेशेल्स की सांस्कृतिक टीम ने उनके परंपरागत डांस अत्योलय का प्रदर्शन किया. वहीं इशारों की भाषा मोचा को देखकर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं. इस देश की कुल आबादी केवल 90 हजार है, लेकिन यहां की विविधताओं से भरी कला एवं संस्कृति को पेश करके वाहवाही बटोरी.