हिजाब विवादः जायरा वसीम ने महिलाओं के अधिकारों को लेकर कही यह बात, बोलीं- ‘यह अन्याय है‘

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 20-02-2022
हिजाब विवादः जायरा वसीम ने महिलाओं के अधिकारों को लेकर कही यह बात, बोलीं- ‘यह अन्याय है‘
हिजाब विवादः जायरा वसीम ने महिलाओं के अधिकारों को लेकर कही यह बात, बोलीं- ‘यह अन्याय है‘

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली

पूर्व ‘दंगल गर्ल’ जायरा वसीम हिजाब विवाद को लेकर बेहद नाराज हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे हालात पैदा कर दिए गए हैं कि मुस्लिम लड़कियां या तो हिजाब छोड़ दें या पढ़ाई. उन्होंने एक खास एजेंडे की ओर इशारा किया है.

बता दें कि जायरा वसीम आखिरी बार फिल्म ’द स्काई इज पिंक’ में नजर आई थीं. उसके बाद फिल्मी दुनिया को यह कहते हुए अलविदा कहा दिया था कि इसकी उन्हें इस्लाम इजाजत नहीं देता.
 
जायरा वसीम ने हिजाब को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब अपनी राय रखी है. पूर्व अभिनेत्री ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर कठोर शब्दों के साथ मुस्लिम महिलाओं के समर्थन में आई हंै. वह पोस्ट में लिखती हैं, यह विचार कि हिजाब एक विकल्प है, बिल्कुल गलत. यह विचार सुविधा या अज्ञानता से गढ़ा गया है.
 
हिजाब कर्तव्य है

हिजाब को लेकर जायरा वसीम का कहना है कि इस्लाम में हिजाब एक विकल्प नहीं, एक कर्तव्य है. उसी तरह, एक महिला जो हिजाब पहनती है, इस कर्तव्य को पूरा कर रही हंै, जो उसे उसके अल्लाह द्वारा दिया गया है, जिसे वह प्यार करती है और उसके प्रति समर्पित है.
 
जायरा ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि एक महिला के रूप में मैं कृतज्ञता और विनम्रता के साथ हिजाब पहनती हूं. पूरी व्यवस्था का विरोध करती हूं जहां महिलाओं को केवल एक धार्मिक जुड़ाव के कारण रोका और परेशान किया जा रहा है.
 
शिक्षा से दूर करने की कोशिश

जायरा वसीम ने कहा कि मुस्लिम विरोधी सोच को बढ़ावा देना और एक ऐसी व्यवस्था बनाना जहां उन्हें शिक्षा और हिजाब के बीच चयन करना हो या उन्हें छोड़ना हो, यह सरासर अन्याय है. आप उन्हें एक बहुत ही सीमित विकल्प बनाने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहे हैं, जो आपके एजेंडे को बढ़ावा देता है. फिर उनकी आलोचना करते हैं, जबकि वे आपके द्वारा बनाई गई चीजों में फंस जाते हैं.