ऐतिहासिक घरों की समस्या को जल्द सुलझाएं, दिलीप कुमार के प्रवक्ता ने की पाकिस्तान से अपील

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 07-02-2021
पाकिस्तान के इन ऐतिहासिक घरों को है संग्रहालय बनने का इंतजार
पाकिस्तान के इन ऐतिहासिक घरों को है संग्रहालय बनने का इंतजार

 

 

नई दिल्ली. पाकिस्तान में ‘पैसे का खेल’ और बॉलीवुड सम्राटों दिलीप कुमार और राज कपूर के पैतृक घरों को संग्रहालय बनाने की आधिकारिक कोशिशें में सुर्खियों में हैं. पाकिस्तान को आपसी सहमति बनाकर पैतृक घरों की कीमतें निर्धारित करनी चाहिए, ताकि संग्रहालय स्थापित करने की योजना बनाई जा सके.

दिलीप कुमार के प्रवक्ता फैसल फारूकी ने ब्रिटिश मीडिया से बात करते हुए कहा कि पेशावर दिलीप कुमार के दिल में रहता है, वह अक्सर पेशावर और अपने पैतृक घर का उल्लेख करते हैं. इस फैसले को जितनी जल्दी अमल में लाया जाए, उतना ही बेहतर होगा.

उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया के महान अभिनेताओं के पैतृक घरों से न केवल पेशावर का महत्व बढ़ेगा, बल्कि पेशावर और पाकिस्तान के पर्यटन उद्योग में भी स्थिरता आएगी.

उन्होंने कहा कि जब से दिलीप कुमार के घर और कपूर हवेली को संरक्षित करने और इसे एक संग्रहालय में बदलने का पाकिस्तान सरकार का फैसला आया है, तब से इन कलाकारों के प्रशंसकों में काफी खुशी है.

फैसल फारूकी का कहना है कि पेशावर में दक्षिण एशियाई महान कलाकारों दिलीप कुमार, कपूर परिवार और अन्य कलाकारों के पैतृक घर हैं. इनका अपना अलग महत्व है. लेकिन भारतीय अभिनेताओं दिलीप कुमार और राज कपूर के पैतृक घरों को संग्रहालय में बदलने के फैसले ने एक बड़ी बाधा पैदा हो गई है, क्योंकि इन घरों के मालिकों ने अपनी संपत्ति के लिए इतनी कीमत की मांग की है कि कर्ज में डूबी पाकिस्तानी सरकार को अब पसीना आ रहा है.

गौरतलब है कि पेशावर में दिलीप कुमार के पैतृक घर के मालिक हाजी लाल मोहम्मद ने अपना घर 80 लाख रुपये में बेचने से इनकार कर दिया है.

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, मकान मालिक ने संपत्ति के लिए न्यूनतम मूल्य 25 करोड़ रुपये की मांग की है, लेकिन खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने घर की कीमत 80.56 लाख रुपये तय की है.