आवाज द वाॅयस/ मुंबई
अभिनेत्री-डांसर नोरा फतेही आज भले ही बॉलीवुड की लोकप्रिय डीवा में शुमार हों, पर सेलेब का दर्जा हासिल करने से पहले, वह बहुत कठिन दौर से गुजरी हैं. ‘दिलबर‘ गर्ल ने हाल में कनाडा में अपने वेट्रेसिंग के दिनों को याद किया, जिसे उन्होंने अपनी किशोरावस्था के दिनों अपना रखा था. उन्हांेने कहा कि यह मुश्किल दौर और काम था.
नोरा फतेही ने हाल में स्टार वर्सेज फूड में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, जहां उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने 16से 18साल की उम्र में वेट्रेस के तौर पर काम किया था. उन्होंने कहा, ‘‘वेट्रेस बनना बहुत मुश्किल है. आपके पास संचार कौशल, व्यक्तित्व होना चाहिए. आपको तेज होना पड़ेगा . आपके पास अच्छी याददाश्त भी होनी चाहिए. कभी-कभी, ग्राहक मतलबी होते हैं, इसलिए आपको परिस्थितियों को संभालने की कला भी आनी चाहिए.‘‘
मोरक्को परिवार से ताल्लुक रखने वाली नोरा का जन्म और पालन-पोषण कनाडा में हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हां, यह एक पक्ष की हलचल है. पैसे कमाने का यह एक ऐसा तरीका है जिससे वहां लोग अपनाते हैं. मुझे लगता है कि कनाडा की यह संस्कृति है. वहां सबको नौकरी चाहिए. जब आप स्कूल में होतेे हैं. उस समय भी काम कर सकते हैं. ”
डांसिंग दिवा को आखिरी बार अभिषेक दुधैया के निर्देशन में बनी फिल्म ‘भुजः द प्राइड ऑफ इंडिया‘ में अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा के साथ देखा गया था. यह फिल्म उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी. अलग बात है कि नोरा के अभिनय की सराहना हुई. सत्यमेव जयते में ‘‘दिलबर‘‘ गाने के रिप्राइज्ड वर्जन में अभिनय करने के बाद उन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था. अब वह उसके सीक्वल के लिए जॉन अब्राहम और अनूप सोनी के साथ अभिनय करती नजर आएंगी.