मलिक असगर हाशमी /नई दिल्ली
देश के कुछ खास हिस्से में कोरोना के साथ चक्रवाती तूफान भी मुसीबत बना हुआ है. इसकी चपेट में आकर बड़ी संख्या में लोग या तो बेघर हो गए या उन्हें भारी नुक्सान पहुंचा है. ऐसे लोगों की तरफ सिने तारिका दीया मिर्जा ने सहयोग का हाथ बढ़ाया है.
दीया मिर्जा नाजरेथ फाउंडेशन के सहयोग से चक्रवाती तूफान में उजड़े लोगों की मदद को आगे आई हैं. विशेषकर मुंबई और गोवा में मछली पकड़ने वाले समुदायों, ग्रामीण मजदूरों एवं प्रवासी मजदूरों को मदद पहुंचाने का बीड़ा उठाया है.
प्रभावितों के बीच जाकर उन्हें हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है. फिल्मी हस्तियों की गतिविधियों पर नजर रखने वाली फिल्मी मैग्जीन ‘फिल्मफेयर’ ने इस बारे में अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी साझा की है. दीया मिर्जा के इस कदम की काफी सराहना हो रही है.
अभी तक फिल्मी दुनिया के लोगों के कोरोना वायरस से पीड़ितों की मदद की कई दास्तां सामने आ चुकी हैं. दीया मिर्जा पहल फिल्मी हस्ती हैं जिन्हांेने चक्रवाती तूफान से उजड़े लोगों की ओर मदद का हाथ बढाया
है.
चक्रवात: 89 लोगों की तलाश जारी
भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल बॉम्बे हाई फील्ड्स के पास लापता 89 लोगों की तलाशी में जुटी हुई है.नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने बजरे से मंगलवार तक 184 लोगों को सकुशल बचाने में कामयाबी हासिल कर ली है। मंगलवार की देर रात तक, आईएन-आईसीजी की टीमों ने सीकिंग हेलीकॉप्टरों, दो नौसैनिक जहाजों और दो अपतटीय आपूर्ति जहाजों की मदद से डूबे हुए बजरे पीएपीएए-305 से लोगों को बचाया था.
इसके अलावा, आईएन और आईसीजी ने उन सभी 137 लोगों की जान बचाई, जो कोलाबा पॉइंट के पास हेलीकॉप्टर और जहाज संचालन के साथ बजरे जीएएल कंस्ट्रक्टर पर फंसे हुए थे. पिपावाव बंदरगाह के नजदीक और ऑयल ड्रिलिंग रिग के पास बजरे सपोर्ट स्टेशन-3 पर सवार 196 और एक ड्रिलिंग रिग पर सवार 101 लोग अब सुरक्षित हैं.
ऑयल एंड नेचुरल गैस कमीशन और शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा किराए पर लिए गए ओएसवी उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं. ओएनजीसी ने आज सुबह कहा '' पीएपीएए-305 के चालक दल के लिए बचाव कार्यों में लगे आईएन और ओएनजीसी के साथ, दो बजरे और एक ऑइलरिग - बजरे पीएपीएए -305 को छोड़कर, जो डूब गया है, उसको नियंत्रण में ले लिया गया है और उनके चालक दल सुरक्षित हैं.''
इनके साथ, अरब सागर में विभिन्न चुनौतीपूर्ण अभियानों में कुल 618 लोगों को बचाया गया है, जिसमें चरम मौसम की स्थिति 8 मीटर तक की भारी लहरें, 150 किमी प्रति घंटे से अधिक की तेज हवाएं शामिल हैं.
अगले 12 घंटे में होगा कमजोर
चक्रवात के उत्तर-पूर्व दिश की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होकर एक कम दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूवार्नुमान केंद्र ने कहा कि सिस्टम के अवशेष अगले दो दिनों के दौरान पूरे राजस्थान से पश्चिम उत्तर प्रदेश की ओर उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है.
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक,गुजरात क्षेत्र के ऊपर गहरा दबाव (चक्रवाती तूफान का अवशेष) पिछले छह घंटों के दौरान लगभग सात किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया. तूफान एक अवसाद में कमजोर हो गया और बुधवार सुबह 5.30 बजे अक्षांश 24.3 डिग्री उत्तर के पास केंद्रित हो गया.
दक्षिण राजस्थान और आसपास के गुजरात क्षेत्र में 73.3 डिग्री पूर्व देशांतर, उदयपुर (राजस्थान) के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 60 किमी और दीसा (गुजरात क्षेत्र) से 110 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में केंद्रित था.
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि बुधवार को पूर्वी राजस्थान में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
पश्चिमी विक्षोभ से जुड़ी पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के साथ अवशेष कम दबाव प्रणाली की बातचीत से उत्तराखंड के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी और अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश में छिटपुट बारिश और पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान और इससे सटे गुजरात क्षेत्र में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है.