‘बकरा किश्तों में’ फेम कॉमेडियन उमर शरीफ चल बसे

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 02-10-2021
उमर शरीफ का निधन
उमर शरीफ का निधन

 

आवाज-द वॉयस/नई दिल्ली

पाकिस्तान के जाने-माने कॉमेडियन उमर शरीफ का निधन हो गया है. उन्हें इलाज के लिए कराची से संयुक्त राज्य अमेरिका लाया जा रहा था, लेकिन यात्रा के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें जर्मनी में रहना पड़ा. अफसोस की बात है कि जब उनकी हालत में सुधार हुआ, तो एयर एंबुलेंस में तकनीकी खराबी आ गई. हालांकि आज एक परीक्षण उड़ान के बाद उन्हें उड़ान के लिए फिट घोषित कर दिया गया, लेकिन तब तक उमर शरीफ ने हार मान ली थी.

जिसने सारी जिंदगी दुनिया को हंसाया, वो आखिरकार रोया. पाकिस्तान में यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई कि लोगों को हंलाने और दुखी दिलों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाले कॉमेडी के बादशाह उमर शरीफ अब हमारे बीच नहीं रहे.

उमर शरीफ को इलाज के लिए 28 सितंबर को एयर एम्बुलेंस द्वारा पाकिस्तान से संयुक्त राज्य अमेरिका लाया गया था, लेकिन लंबी यात्रा और थकान के कारण, उन्हें एक जर्मन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें निमोनिया और एयर एम्बुलेंस में तकनीकी खराबी का पता चला था.

उमर शरीफ का कराची के एक निजी अस्पताल में कई हफ्तों से इलाज चल रहा था. डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए अमेरिकी अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा था. उमर शरीफ को 28 सितंबर मंगलवार को एयर एम्बुलेंस में एयरलिफ्ट किया गया था. एयर एम्बुलेंस का पहला पड़ाव जर्मनी में था, जहां उतरने के बाद, विमान में सवार उमर शरीफ को थकान और हल्का बुखार के साथ नूर्नबर्ग के एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया. उमर शरीफ का भी अस्पताल में डायलिसिस हुआ. नूर्नबर्ग अस्पताल में डायलिसिस के दौरान उमर शरीफ की हालत बिगड़ गई.

उमर शरीफ के पाकिस्तान, भारत और सीमा पार लाखों प्रशंसक थे. आज दुनिया में स्टेज पर कॉमेडी करने वाले अनगिनत कलाकारों के लिए उमर शरीफ ‘गुरु’ रह चुके हैं.

उमर शरीफ ने 1974 में 14 साल की उम्र में एक मंच अभिनेता के रूप में अपना करियर शुरू किया और 1980 में पहली बार ऑडियो कैसेट पर अपने नाटकों को जारी किया.

उमर शरीफ टीवी कलाकार, मंच अभिनेता, फिल्म निर्देशक के रूप में जाने जाते हैं, उन्होंने न केवल देश में बल्कि सीमा पार भी बहुत लोकप्रियता हासिल की. उन्होंने लगभग 5 दशकों तक शोबिज में काम किया है और दर्जनों नाटकों, स्टेज थिएटरों और लाइव शो में प्रदर्शन किया है.

उमर शरीफ थिएटर और स्टेज ड्रामा के बेताज बादशाह थे. उन्होंने टीवी और फिल्मों में भी अभिनय किया, लेकिन उनकी लोकप्रियता का मुख्य कारण कॉमेडी स्टेज नाटक हैं. उमर शरीफ के न केवल पाकिस्तान में, बल्कि भारत में भी प्रशंसक हैं और जहां उर्दू बोली और समझी जाती है.

जब उमर शरीफ ने होस्ट करना शुरू किया, तो जियो एंटरटेनमेंट पर प्रसारित होने वाला दा शरीफ शो इतिहास का एक लोकप्रिय कार्यक्रम साबित हुआ. ‘बकरा किश्तों में’ के प्रशंसक आज भी उसे देखते हैं और आनंद लेते हैं.

उमर शरीफ की सेवाओं के बदले में उन्हें कई सम्मानों से नवाजा गया, जिनमें निगार अवार्ड और मेडल ऑफ डिस्टिंक्शन शामिल हैं. सोशल मीडिया ने स्टेज ड्रामा की लोकप्रियता को कम कर दिया है, लेकिन उमर शरीफ कॉमेडी के सूरज हैं, जो कभी डूबते नहीं हैं.