एर्टुगरुल गाजी में ‘अर्तक बे’ की भूमिका अदा करने वाले एक्टर का कैंसर से निधन

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 2 Years ago
एर्टुगरुल गाजी में ‘अर्तक बे’ की भूमिका अदा करने वाले एक्टर का कैंसर से निधन
एर्टुगरुल गाजी में ‘अर्तक बे’ की भूमिका अदा करने वाले एक्टर का कैंसर से निधन

 

अंकारा. तुर्की के अभिनेता इब्रिक पेकचेन ने विश्व प्रसिद्ध ओटोमन साम्राज्य की लोकप्रिय ऐतिहासिक तुर्की श्रृंखला ‘एर्टुगरुल गाजी’ में अर्तक बे की भूमिका निभाई थी. उनका कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद 51 वर्ष की आयु में निधन हो गया.

तुर्की के 51 वर्षीय अभिनेता इब्राक पेकचेन को फेफड़ों के कैंसर हो गया था. उन्हें उनके गृहनगर मर्सिया में दफनाया जाएगा.

‘एर्टुगरुल गाजी’ के निर्देशक और निर्माता मेहमत बोजदाग ने सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए इब्राक पेकचेन के निधन की घोषणा की.

उन्होंने लिखा, ‘हमारे प्यारे इब्राक पेकचेन ने एर्टुगरुल गाजी में अपनी योग्यता साबित की, उनका निधन हो गया है. मैं अल्लाह से अपने भाई के लिए रहमत और परिवार और प्रशंसकों के लिए धैर्य की प्रार्थना करता हूं.’

इब्राक पेकचेन का जन्म 22 मई 1970 को हुआ था और उन्होंने 2001 में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी.

इब्राक ने अनगिनत प्रोजेक्ट किए हैं, लेकिन ‘एर्टुगरुल गाजी’ में अर्तक बे के रूप में उनकी भूमिका ने उन्हें प्रसिद्धि की ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया था.

अर्तक बे ‘एर्टुगरुल गाजी’ के दूसरे सीजन का हिस्सा बन गया और फिर आखिरी यानी पांचवें सीजन तक ‘एर्टुगरुल गाजी’ के एक वफादार सैनिक के रूप में अपने कर्तव्यों को जारी रखा.

उन्होंने अपनी फिल्म के लिए 2010 में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में पुरस्कार भी जीते.

अंकारा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 2012 की एक फिल्म में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता से सम्मानित किया गया.

अक्टूबर 2021 में, उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रशंसकों से कैंसर होने की घोषणा की.

अभिनेता ने कहा कि प्यारे दोस्तो! मैं डॉक्टर के पास गया, क्योंकि मुझे पीठ दर्द की शिकायत थी, और इसके साथ शुरू हुई प्रक्रिया आज इस हद तक पहुंच गई कि मुझे फेफड़ों का कैंसर है और ट्यूमर फैल गया है.

दुर्भाग्य से, प्रारंभिक अवस्था में इस बीमारी का निदान नहीं किया जा सका.

उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्य से प्रारंभिक अवस्था में बीमारी का निदान नहीं किया गया था. यह कीमोथेरेपी का पहला दिन है और मेरा परिवार और दोस्त मेरे मददगार हैं. मैं अपने स्वास्थ्य को बहाल करने की पूरी कोशिश करूंगा.’

गौरतलब है कि ‘एर्टुगरुल गाजी’ को इतिहास में सबसे अच्छा नाटक होने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए चुना गया है, जो 3 मिलियन दर्शकों तक पहुंच चुका है और दुनिया भर में 39 भाषाओं में इसका अनुवाद किया गया है, जो एक रिकॉर्ड है.

मुस्लिम इतिहास में रुचि रखने वाले पहले से ही इस श्रृंखला के शौकीन हैं और लगभग पूरी दुनिया इस नाटक से आकर्षित हुई है.