आवाज- द वॉयस/ एजेंसी
मिजार्पुर' की अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी ने खुलासा किया है कि कहानी कि वजह से वह एक परियोजना की ओर खिचाव महसूस करती है और एक कलाकार के रूप में, यह बहुत महत्वपूर्ण है. श्वेता ने आईएएनएस को बताया, ''कहानी अहम होती है, जिसने मुझे उस तरह की परियोजनाओं के लिए आकर्षित किया है जो मैं करती हूं. मैं नहीं देखती कि माध्यम या मंच क्या है. अगर कहानी मुझे आकर्षित करती है तो मैं वह काम करती हूं. उदाहरण के लिए, मैंने एक शो के लिए हाँ कहा, मेरे पास अभी तक कोई मंच नहीं है, लेकिन मुझे पता है कि यह एक ऐसी कहानी है जिसका मैं हिस्सा बनना चाहती हूं.''
उन्होंने आगे कहा कि यहां तक कि 'मिजार्पुर' भी, जब मैंने पहले दो एपिसोड पढ़े तो मुझे पता था कि मैं इस दुनिया का हिस्सा बनना चाहती हूं क्योंकि लेखन शानदार था.
'मिजार्पुर' में 'गोलू' या 'गजगामिनी गुप्ता' के रूप में अपने शानदार प्रदर्शन से सुर्खियों में आने वाली अभिनेत्री ने कहा कि उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि क्राइम-थ्रिलर इतनी लोकप्रिय होगी. 36 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि 'मिजार्पुर' इतनी सफल होगी.
श्वेता का कहना है कि उनके किरदारों ने उन्हें विकसित होने में मदद की है.
उन्होंने कहा कि अंतिम परिणाम कभी भी आपके हाथ में नहीं होता है. इसलिए, आप इसे अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं, आपका सर्वश्रेष्ठ कितना हो सकता है और आप इसे कितना देते हैं, वह यात्रा सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि मेरे सभी पात्र मुझे एक बेहतर इंसान बनाते हैं.
श्वेता ने कहा कि वे मुझे भावनात्मक रूप से और विकास के बारे में बहुत कुछ सिखाते हैं. यही वह प्रक्रिया है जिसका मैं वास्तव में आनंद ले रही हूं.