स्पेशल रिपोर्ट/ मंजीत ठाकुर
पिछले एक दशक की अवधि में देश में एक लाख से अधिक स्कूल खोले गए हैं. यह आंकड़ा केंद्र सरकार ने जारी किया है. केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए तथ्य पत्र में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में स्कूलों की संख्या में वृद्धि हुई है. लेकिन यह भी स्पष्ट है कि पिछले दशक की तुलना में स्कूलों की संख्या में यह वृद्धि काफी कम है.
असल में, केंद्र सरकार के तथ्य पत्र में यह आंकड़ा दिया गया है कि साल 2010-11 से 2020-21 की अवधि में देश में 1,09,836 स्कूल खोले गए. साल 2010-11 में देश में स्कूलों की संख्या 13,99,300 थी जो 2020-21 में बढ़कर 15,09,136 हो गई.
लेकिन पिछले दशक यानी 2000-01 के दशक में, जब अटल बिहारी वाजपेयी की अगुआई वाली एनडीए सरकार ने सर्वशिक्षा अभियान को प्रमुखता दी थी, उस दशक में 4,28,200 नए स्कूल खोले गए थे. उस दशक की शुरुआत में देश में 9,71,100 स्कूल थे जो दशक के अंत में 13,99,300 हो गए.
इसके साथ ही इस तथ्य पत्र में देश की 75 वर्षों की उल्लेखनीय यात्रा को दिखाने के लिए स्कूलों की संख्या में वृद्धि का प्रस्थान बिंदु 1947-48 रखा गया है और उस वक्त देश में 1.4 लाख स्कूल ही थे. हालांकि, कई लोग मदरसों में दीनी तालीम के पक्ष में तर्क देते हैं कि स्कूल न होने की वजह से बच्चों को मजबूरन मदरसा जाना होता है लेकिन देश में स्कूलों की संख्या इस बात की हवा निकाल देती है.