दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में बढ़ सकती हैं सीटें

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 02-08-2021
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में बढ़ सकती हैं सीटें
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में बढ़ सकती हैं सीटें

 

नई दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कालेजों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस बार बड़ी संख्या में छात्रों ने 95 से अधिक अंक अर्जित किए हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक ऐसे में कॉलेजों में एडमिशन बढ़ाए जा सकते हैं.

इसके साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों की मेरिट लिस्ट भी पहले के मुकाबले और अधिक ऊपर जा सकती है. अंडर- ग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए 31 अगस्त तक आवेदन फार्म भरा जा सकता है.

दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा शुरू की गई यह दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है. दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पीसी जोशी ने कहा कि यह सच है कि इस बार सीबीएसई के रिजल्ट में बड़ी संख्या में छात्रों को अच्छे अंक प्राप्त हुए हैं.

हम सीबीएसई व अन्य बोर्ड द्वारा जारी किए गए रिजल्ट का पूरा सम्मान करते हैं. आवश्यकता पड़ने पर कॉलेजों में सीटें बढ़ाई जा सकती हैं. कुलपति ने कहा कॉलेजों द्वारा जारी की गई कटऑफ में यदि अधिक छात्र दाखिले के लिए योग्य पाए जाते हैं तो उन्हें एडमिशन देना होगा.

ऐसी स्थिति में कॉलेजों की सीटें बढ़ाई जा सकती हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों में पहले से ही काफी हाई मेरिट जाती रही है. इन कॉलेजों में हिंदू कॉलेज, हंसराज कॉलेज, रामजस कॉलेज, दौलतराम कॉलेजों, एसआरसीसी और सेंट स्टीफन सरीखे कॉलेज शामिल हैं.

दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि हो सकता है कि इस बार मेरिट लिस्ट पहले के मुकाबले और अधिक ऊपर जाए. हालांकि इस सबके बावजूद दिल्ली विश्वविद्यालय में इस बार भी मेरिट के आधार पर ही दाखिला दिया जाएगा.

दिल्ली विश्वविद्यालय में जहां अंडरग्रेजुएट कोर्सेज के लिए दाखिला प्रक्रिया सोमवार 2 अगस्त से शुरू हुई है, वहीं पोस्ट ग्रेजुएट कार्यक्रम के लिए दाखिला प्रक्रिया 26 जुलाई से शुरू हो चुकी है.

दिल्ली विश्वविद्यालय ने पिछले वर्ष कोविड महामारी के कारण सामने आई चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, इस वर्ष, छात्रों के लाभ के लिए, विश्वविद्यालय ने पात्रता मानदंड को पिछले वर्ष की तरह बनाए रखने का निर्णय लिया है.

दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पीसी जोशी के मुताबिक विश्वविद्यालय ने यह भी निर्णय लिया है कि मेरिट आधारित और प्रवेश आधारित प्रवेश के लिए पंजीकरण शुल्क में कोई बदलाव नहीं होगा.

केंद्रीकृत यूजी प्रवेश एक पंजीकरण-सह-आवेदन पत्र के माध्यम से किया जाएगा. सभी विभाग, कॉलेज प्रवेश के लिए एक ही पंजीकरण-सह-आवेदन प्रपत्र का उपयोग करेंगे और उम्मीदवारों को कोई अन्य प्रपत्र नहीं भरना होगा.

स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए, उम्मीदवारों को एक पंजीकरण फॉर्म भरना होगा, लेकिन एक से अधिक कार्यक्रमों का विकल्प चुनने पर अलग पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना होगा.