नई दिल्ली
देशभर में 40,000 से अधिक सरकारी और 1,000 निजी स्कूलों में आठवें संस्करण का स्कूल सिनेमा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (SCIFF) 14 से 30 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, किर्गिस्तान और यूएई समेत 25 देशों की 100 से अधिक चुनी हुई फिल्में दिखाई जाएंगी।
SCIFF के फेस्टिवल डायरेक्टर और LXL Ideas के फाउंडर सैयद सुलतान अहमद ने कहा, “SCIFF का उद्देश्य सरल और शक्तिशाली है – सिनेमा हर बच्चे तक पहुँचाना, न कि केवल बड़े फिल्म फेस्टिवल या विशेष स्थानों तक सीमित रखना। फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं हैं, बल्कि वे बच्चों को देखने, महसूस करने और अलग तरह से सोचने का अनुभव देती हैं।”
अहमद ने बताया कि अब किसी भी स्कूल में SCIFF के माध्यम से फिल्म फेस्टिवल आयोजित किया जा सकता है, जिससे दुनिया की बेहतरीन कहानियाँ सीधे कक्षा में पहुँचती हैं। उन्होंने NEP 2020 का हवाला देते हुए कहा कि रचनात्मक शिक्षा और विविध माध्यमों, जैसे सिनेमा, का उपयोग समग्र शिक्षा के लिए आवश्यक है।
फेस्टिवल के ‘WATCH, LEARN, MAKE’ फ्रेमवर्क के तहत छात्रों को तीन स्तरों पर अनुभव मिलेगा:
-
WATCH: स्कूलों को सिनेमाघरों में बदलकर उम्र के अनुसार संवेदनात्मक फिल्में दिखाई जाएंगी।
-
LEARN: विशेषज्ञों द्वारा स्क्रिप्ट राइटिंग, सिनेमैटोग्राफी, साउंड और एडिटिंग की कार्यशालाओं के जरिए फिल्म निर्माण की शिक्षा दी जाएगी।
-
MAKE: छात्र अपनी रचनात्मकता को जीवन में उतार सकते हैं और फिल्म निर्माण प्रतियोगिता में भाग लेकर अगली SCIFF के लिए युवा जूरी में शामिल हो सकते हैं।
पिछले साल SCIFF ने 23,000 से अधिक स्कूलों और 1,00,000 से अधिक छात्रों तक पहुँच बनाई थी। 2017 में शुरू हुए इस फेस्टिवल ने अब तक 10 मिलियन छात्रों और 60,000 से अधिक स्कूलों को जोड़कर शिक्षा, कला और सामाजिक जागरूकता को जोड़ने वाला एक प्रभावशाली प्लेटफॉर्म स्थापित किया है।
इस बार का SCIFF बच्चों के दिवस, 14 नवंबर से शुरू होकर 30 नवंबर तक चलेगा और 20 से अधिक भारतीय और विदेशी भाषाओं में 103 से अधिक फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।






.png)