आवाज- द वॉयस/ हैदराबाद
मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (एमएएनयूयू) ने कानूनी अध्ययन और नर्सिंग में दो नए शैक्षणिक पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है. प्रोफेसर सैयद ऐनुल हसन, जिन्होंने पिछले महीने विश्वविद्यालय के पांचवें कुलपति के रूप में पदभार संभाला था, ने शुक्रवार को शिक्षण बिरादरी के साथ अपनी पहली बातचीत में यह घोषणा की.
दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के आगा हशर कश्मीरी सभागार में कोविड महामारी के मद्देनजर सभी एहतियाती उपायों के साथ एक परिचयात्मक और संवादात्मक बैठक आयोजित की गई. ऑफ-कैंपस शिक्षकों ने भी ऑनलाइन भाग लिया.
बैठक के दौरान, सभी विभागों के ऑन-कैंपस शिक्षण बिरादरी ने अपने शोध कार्यों, विशेषज्ञता के क्षेत्र, परियोजनाओं और वर्तमान जिम्मेदारियों का संक्षिप्त परिचय दिया. कुलपति ने उनकी चल रही परियोजनाओं और असाइनमेंट से संबंधित प्रश्न भी पूछे.
प्रो. ऐनुल हसन ने आगे कहा कि शोध कार्य को सीमित करना उचित नहीं है. उन्होंने शिक्षकों को विकिपीडिया पर अपनी प्रोफाइल बनाने और स्टाफ क्लबों, फैकल्टी क्लबों और महिला क्लबों के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि आपको अपनी शैक्षणिक जिम्मेदारियों को पूरे मनोयोग से पूरा करना चाहिए, करियर में पदोन्नति आपको अपने आप मिल जाएगी. प्रो. हसन ने मानू परिसर के स्वच्छ और हरित वातावरण की भी सराहना की.
प्रो. सिद्दीकी मोहम्मद महमूद, रजिस्ट्रार आई/सी ने सभा का स्वागत किया और कहा कि शिक्षण-अधिगम, अनुसंधान और सामुदायिक कार्य उच्च शिक्षण संस्थानों की तीन बुनियादी जिम्मेदारियां हैं.
प्रो. एस एम रहमतुल्लाह, डीन, कला और सामाजिक विज्ञान स्कूल ने अपने संबोधन में कहा कि यह कार्यक्रम अद्वितीय है और मानू में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है. सभी शिक्षण स्टाफ का परिचय बहुत प्रेरणादायक था. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने इस वर्ष सफलतापूर्वक ऑनलाइन प्रवेश और ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की है. उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए एनईपी पर ध्यान देना जरूरी है.