आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
जामिया हमदर्द केप्रबंधन विभाग एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के संयुक्त तत्वाधान में‘सस्टेनेबिलिटी एंड डिजिटलाइजेशन ए बिजनेस, इकोनॉमी एंड सोसाइटी पर्स्पेक्टिव’ विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. एन. किशोर नारंग ने जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ पर्यावरण और ग्लोबल वार्मिंग के मुद्दों पर प्रकाश डाला.
उन्होंने डिजिटलीकरण के माध्यम से सस्टेनेबिलिटी की दिशा में नए दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया. प्रो. रेशमा नसरीन, डीन, (एसएमबीएस और छात्र कल्याण) और डॉ. सैयद नदीमुल हक, एचओडी प्रबंधन ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
दो दिवसीय सम्मेलन में अलग-अलग सत्र आयोजित किये गए, जिनमें विभिन्न विषयों से कई शोध आलेख प्रस्तुत किए गए. खासतौर से ‘सस्टेनेबिलिटी और डिजिटलाइजेशन’ विषय पर विस्तृत चर्चा हुई. विभिन्न संस्थानों के लगभग 200शोधार्थियों और औद्योगिक विशेषज्ञों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए.
डॉ एस एस नेगी (आईएफएस) उपाध्यक्ष आरडीएमसी (उत्तराखंड सरकार), डॉ बशीर अहमद निदेशक, सीईएमसीए, प्रो पद्मकली बनर्जी, अध्यक्ष एसपीएसयू, जे के सीमेंट, शैलेंद्र सिंह स्टोन मंत्र), डॉ हाशमी जीमल,टाटा स्टील, दीपांकर घोष बीडीओ इंडिया एलएलपी, रजत श्रीवास्तव, जैकब्स, प्रो. प्रमोद पाठक आईएसएम, धनबाद भी इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे.
कार्यक्रम का समापन डॉ. मनोज नरदेव सिंह, महासचिव, एआरडीओ और एस.एस. अख्तर, रजिस्ट्रार, जामिया हमदर्द की टिप्पणी से हुआ. धन्यवाद ज्ञापन डा असद अहमद ने किया.