आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) केशिक्षक प्रशिक्षण और गैर-औपचारिक शिक्षा विभाग (आईएएसई) ने अपने परिसर में अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के अवसर पर समारोह आयोजित किया.
यह हर साल सितंबर के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है. इस वर्ष 19 से 25 सितंबर, 2022 के बीच सांकेत भाषा दिवस मनाया गया.कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो. सारा बेगम (शिक्षा संकाय की डीन) थी. कार्यक्रम में प्रो. नाहिद जहूर, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य और प्रतिभागी छात्रों ने चार-चांद लगा दिए.
इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ. सारा बेगम ने इस दिन के महत्व को समझाया.इसके बाद डॉ. पेटला रामकृष्ण, समन्वयककार्यक्रम और विशेष शिक्षा के सहायक प्रोफेसर (श्रवण हानि) ने अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने सांकेतिक भाषा के योगदान पर प्रकाश डाला
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इसके बाद, संकेत भाषा का महत्व और मिथ तथा सांकेतिक भाषा के तथ्य विषय पर अफसारा कफील और मिजना सिद्दीकी ने अपने विचार रखे. वो बी.एड विशेष शिक्षा (द्वितीय वर्ष) की छात्राएं.
कार्यक्रम का समापन भारतीय सांकेतिक भाषा में राष्ट्रगान से हुआ.