जामिया और मार्टिन लूथर यूनिवर्सिटी के विगैंड कोरबर के बीच इंटरैक्टिव सेशन आयोजित

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 19-04-2022
जामिया और मार्टिन लूथर यूनिवर्सिटी के विगैंड कोरबर के बीच  इंटरैक्टिव सेशन आयोजित
जामिया और मार्टिन लूथर यूनिवर्सिटी के विगैंड कोरबर के बीच इंटरैक्टिव सेशन आयोजित

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के अर्थशास्त्र विभाग ने मार्टिन लूथर विश्वविद्यालय, जर्मनी के विगैंड कोरबर के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया.इस दौरान विगैंड कोरबर और उनकी छह लोगों की शोध टीम ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) के क्षेत्र में काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई. विशेष रूप से 6लक्ष्य जो स्वच्छ पानी और स्वच्छता से जुड़े हैं, को लेकर काम करना चाहते हैं.

अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अशरफ इलियाना ने वक्ता का परिचय दिया. साथ ही एक महत्वपूर्ण और समकालीन प्रासंगिकता विषय पर संकाय और शोधार्थियों के साथ इंटरैक्शन के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की.

स्पीकर कोरबा के भारत में फील्ड वर्क के लिए अपनी संभावित कार्यप्रणाली से अंतर्दृष्टि साझा करते हुए सत्र की शुरुआत की. उन्होंने और उनकी शोध टीम ने मुख्य रूप से दो मोर्चों पर जोर दिया.

राजनीतिक पहलू और लघु व मध्यम उद्यमों (एसएमई) द्वारा इसका उपयोग, जो प्रभावी राजनीतिक संचार के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि ‘गैप एनालिसिस‘ नाम के उनके शोध कार्य का उद्देश्य सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स की योजना और उनके कार्यान्वयन के बीच अंतर को पाटना है.

इस अंतर को पाटना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि इन लक्ष्यों का लाभ जनता को मिल सके. उन्होंने कहा कि भारत जैसे एक भू-राजनीतिक राष्ट्र को इस अध्ययन के विषय के तौर पर चुना गया, क्योंकि यह वर्तमान में भारी जल संकट का सामना कर रहा है. इसके अलावा, भारत में बहुत कम स्वतंत्र एनजीओ और जस्टिस ओर्गेनाईजेशन हैं जो इस अध्ययन के उद्देश्य को बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं.

कार्यक्रम में छात्र और विद्वानों द्वारा प्रश्नोत्तरी और फीडबैक सत्र का आयोजन किया गया.अर्थशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ बथुला श्रीनिवास द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ सत्र के समापन की घोषणा की गई.