आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
हाल में भारतीय स्तर पर 58वीं रैंक हासिल करने वाले फैजान अहमद और भारतीय स्तर पर 270 वीं रैंक हासिल करने वाले हारिस समीर के बाद अब मुस्लिम युवाओं में उच्च शिक्षा का दीप जलाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं. इसके लिए सक्रिय प्रयास तेज कर दिए गए हैं. दोनों छात्रों ने आईएएस अकादमी, एमएस, हैदराबाद से प्रशिक्षण प्राप्त किया था.
सिविल सेवा के लिए मुस्लिम युवाओं को तैयार करने की प्रतिबद्धता के साथ, आईएएस अकादमी 7 नवंबर को अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा आयोजित कर रही है, जिसके लिए देश भर के 78 शहरों में परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं.
एमएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के प्रबंध निदेशक अनवर अहमद ने बताया कि परीक्षा रविवार, 7 नवंबर को होगी. लिखित परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी. छात्रों की सुविधा के लिए 78 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि एमएस शिक्षा अकादमी की वेबसाइट के माध्यम से प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीकरण किया जा सकता है. लिखित परीक्षा में सफल छात्रों का इंटरव्यू दिल्ली और हैदराबाद में होगा. दूर शहरों से आने वाले छात्रों को इंटरव्यू के दौरान ट्रेन या बस का किराया दिया जाएगा.
अनवर अहमद ने कहा कि टेस्ट पास करने और फिर इंटरव्यू के जरिए चुने गए छात्रों को हैदराबाद की एमएसआईएएस अकादमी में प्रवेश दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि एमएसआईएएस अकादमी में कोचिंग बिल्कुल मुफ्त है जहां छात्रों को आवास और भोजन के साथ अध्ययन के लिए अनुकूल वातावरण और सभी प्रकार की सुविधाएं और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है.
हैदराबाद स्थित अकादमी पिछले पांच वर्षों से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के इच्छुक युवाओं के लिए मुफ्त आवासीय आईएएस कोचिंग आयोजित कर रही है. अनवर अहमद ने कहा कि एमएस ने खिदमत अभियान के तहत आईएएस अकादमी की शुरुआत देश और राष्ट्र के लिए बेहतर नौकरशाहों को तैयार करने में मदद करने के उद्देश्य से की थी.
अल्लाह की कृपा से यह सिर्फ चार साल में फल देने लगी है और इस साल दो छात्र सफल भी हुए हैं. अहमद और हारिस समीर ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है.