#cancelboardexams2021 पर सीबीएससीई ने कहा यह परीक्षार्थियों को भ्रम में डालने की साजिश है

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
#cancelboardexams2021    से परीक्षार्थी भ्रमित, सीबीएसई ने कहा-यह शरारत है
#cancelboardexams2021 से परीक्षार्थी भ्रमित, सीबीएसई ने कहा-यह शरारत है

 

मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली

देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए जहां दिल्ली में नाईट कफ्र्यू और महाराष्ट्र में धारा 144 लगा दी गई है. इसके साथ सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर भी गर्मागरम बहस छिड़ी हुई. क्या पूर्व निर्धारित समय पर इम्तिहान होने चाहिए या कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए इसे  टाल देना चाहिए ? इस बीच सीबीएसई ने अपने एक बयान में कहा है कि कुछ लोग बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बेवजह का भ्रम फैलाने की कोशिश में हैं.

देश का एक वर्ग चाहता है कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं कुछ समय के लिए टाल दी जाएं. यदि यह संभव नहीं तो आॅन लाइन परीक्षा ली जाए. इसके हिमायतियों का कहना है, ‘जैसी शिक्षा, वैसी परीक्षा.’

 दो दिनों पहले देश में पहली बार कोरोना के एक लाख से अधिक मामले सामने आए थे. पिछले चैबीस घंटे में करीब 98 हजार नए मामले दर्ज किए गए हैं. इस समय पंजाब, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति बेहद चिंताजनक है. अकेले महाराष्ट्र से तकरीबन 50 प्रतिशत मामले कोरोना के आ रहे हैं.

पंजाब में कोरोना की बिगड़ी सूरत को देखते हुए सूबे की बोर्ड परीक्षाएं रदद करने का निर्णय लिया गया है.इसके साथ ही सवाल उठने लगा है कि जब कुछ प्रदेशों में कोरोना की स्थिति बिगड़ी हुई है तो वहां कैसे परीक्षा कराना संभव होगा ? ऐसे में इसे कुछ समय के लिए टालना ही बेहतर है.

इस मामले में सोशल मीडिया के प्रेशर ग्रुप हैशटैग अभियान चलाकर सीबीएसई से बोर्ड परीक्षाएं रदद करने की मांग कर रहा है. अभी सोशल मीडिया पर #cancelboardexams2021 जबर्दस्त ट्रेंड कर रहा है. इसे पीएमओ, सीबीएसई और केंद्रीय मंत्री डाॅ आरपी निशंक को टैग किया जा रहा है.
 
इसके समर्थकों में से एक मनीष यादव ने ट्विट कर कहा कि जब मैक्सीको, सउदी अरब, कुवैत में परीक्षाएं रदद हो सकती हैं तो भारत में क्यों नहीं ? इमरान ने ट्विट कर कहा है,‘ पहली बार एक लाख से अधिक कोरोना के मरीज सामने आए हैं. स्थिति ठीक नहीं है. ऐसे में परीक्षा रदद करना ही बेहतर होगा.’

बता दें कि सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा 4 मई से शुरू हो रही है.उधर, सोशल मीडिया पर बोर्ड परीक्षाएं रदद कराने को लेकर अभियान चलाने को सीबीएसई बोर्ड ने गंभीरता से लिया है. उसने एक बयान जारी कर कहा है कि कुछ लोग जान बूझकर बोर्ड परीक्षा के संदर्भ में भ्रम फैला रहे हैं.

सीबीएसई हेड क्वार्टर ट्विटर हैंडल से कहा गया है कि भ्रम फैलाने के लिए बोर्ड के पुराने सक्र्यूलर को प्रचारित किया जा रहा है. सीबीएसई ने अपने बयान के साथ भ्रम फैलाले वाले कुछ ट्विट्स भी सोशल मीडिया में साझा किए हैं.
बहरहाल, सोशल मीडिया में बोर्ड एक्जाम के होने न होने को लेकर छिड़ी बहस के चलते परीक्षा में बैठने वाले छात्र भ्रम की हालत में पहुंच गए हैं. गुरूग्राम के लायंस पब्लिक स्कूल से दसवीं की परीक्षा देने वाले एक विद्यार्थी अर्सलान का कहना है,‘‘ इस मामले में केंद्र सरकार को हस्ताक्षेप कर मामले को स्पष्ट करना चाहिए, ताकि उसके जैसे छात्र कन्संट्रेट होकर परीक्षा की तैयारी कर सकें.’’