आवाज द वाॅयस /भोपाल
मध्य प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग के माध्यम से अगले एक साल में डेढ़ लाख शिक्षकों की नियुक्ति करने का फैसला किया है.सरकार अब तक विभिन्न चरणों में 32,000 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सर्कुलर जारी कर चुकी है.
इन सर्कुलर में उर्दू शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने का जिक्र है, लेकिन सरकार की ओर से सिर्फ 78 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सर्कुलर जारी किया गया है. इसको लेकर उर्दू प्रेमी बेहद नाराज हैं. एक तरफ तो सरकार विभिन्न विषयों को उर्दू भाषा में पढ़ने की सहूलत देने की बात कर रही है, दूसरी तरफ उर्दू शिक्षकों की बहाली को लेकर उसका रवैया ढुलमुल है.
इस मसले पर बज्म जिया के सदस्य भोपाल राजभवन पहुंचे और मध्य प्रदेश के राज्यपाल मानगो भाई पटेल को ज्ञापन देकर उर्दू शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की मांग की.मध्य प्रदेश के जाने माने लेखक डॉ. अली अब्बास ओमिद का कहना है कि हमने गवर्नर हाउस में एक ज्ञापन सौंपा है.
हम मांग करते हैं कि उर्दू शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाए. शिक्षा विभाग द्वारा अब तक 32,000 शिक्षकों की नियुक्ति का सर्कुलर जारी किया गया है लेकिन उर्दू शिक्षकों के लिए केवल 78 पद हैं जो अपर्याप्त हैं.
उधर, बज्म जिया के मध्य प्रदेश के अध्यक्ष का कहना है कि मध्य प्रदेश में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बज्म जिया ने पहले एक ज्ञापन देकर राज्यपाल का ध्यान आकर्षित
किया था. मध्य प्रदेश में उर्दू शिक्षकों की कमी के कारण बड़ी संख्या में उर्दू के छात्र अपनी मातृभाषा में पढ़ने के अधिकार से वंचित हैं. अधिग्रहण के दरवाजे खुल गए हैं. ऐसे में सरकार उर्दू शिक्षकों की संख्या बढ़ाएगी तो उनका सपना साकार होगा.हमें उम्मीद है कि उर्दू से प्यार करने वाले राज्यपाल मैंगो भाई पटेल उर्दू शिक्षकों की संख्या बढ़ाएंगे. फरमान जारी कर उर्दू को उसका हक दिया जाएगा.
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव का कहना है कि सरकार ने नई शिक्षा नीति में बड़े बदलाव किए है. उर्दू छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है. अब वाणिज्य और विज्ञान के छात्र भी उर्दू में पढ़ सकेंग. इस बार रिकॉर्ड छात्रों को मध्य प्रदेश के यूजी और पीजी कक्षाओं में प्रवेश दिया गया है. सरकार ने कुछ शिक्षकों की नियुक्ति के आदेश भी जारी किए है.जब भी आवश्यकता होगी शिक्षकों की नियुक्ति जारी रहेगी.