अनीस कुट्टी पढ़ाते हैं चंगू-मंगू, मारा-मारी, जुगलबंदी, चंडाल चौकड़ी का मैथ्स

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 17-03-2021
अनीस कुट्टी अपने शिष्यों के साथ
अनीस कुट्टी अपने शिष्यों के साथ

 

- बच्चे मैथ्स फोबिया से बाहर आएं

शाहताज खान / पुणे

 गणित के गुणा-भाग अक्सर बच्चों के लिए समस्या बन जाते हैं. इसलिए वे गणित से दूर भागते हैं, परन्तु अनीस कुट्टी अपने विद्यार्थियों को गणित ऐसे पढ़ाते हैं कि गणित ही उनका प्रिय विषय बन जाता है. वह पुणे के एक जाने-माने गणित शिक्षक हैं. जो बच्चों को सवाल हल कराने के साथ-साथ शिक्षा द्वारा आगे बढ़ने का मार्ग भी दिखाते हैं.

वे केवल बच्चों का ही मार्गदर्शन नहीं करते, बल्कि उनके माता-पिता को भी सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न संस्थानों और स्कूलों की जानकारी भी देते हैं. जैसे नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल, और आरएमसी स्कूल वगैरह.

गणितज्ञ अनीस कुट्टी अभिभावकों को बताते हैं कि इन संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने के बाद उनके बच्चों का भविष्य उज्वल हो सकता है. वह बताते हैं कि इन स्कूलों में दाखिला मिलने के साथ ही यह तय हो जाता है कि बच्चा किसी उच्च पद पर आसीन होने जा रहा है. समस्या यह है कि आम लोगों को इन संस्थानों की मुकम्मल जानकारी नहीं है.

अनीस कुट्टी केरल से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन लंबे समय से पुणे में ही रहते हैं. वह बताते हैं कि जब मैं दसवीं कक्षा में था, तब पहली बार टीचर डे पर अपने साथियों को गणित पढ़ाया था. और तभी से लोग उनके पास गणित की समस्याएं लेकर आने लगे. वह 1988 से गणित पढ़ा रहे हैं. अपने पास आने वाले हर विद्यार्थी के लिए गणितज्ञ अनीस कुट्टी एक ही समय में गुरू, परामर्शदाता और कैरियर काउंसलर का रोल निभाते हैं.

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अनीस कुट्टी मैथ्स पढ़ाते हुए 


अनीस कुट्टी का कहना है कि मैं चाहता हूं कि आज का बच्चा कल बड़ा होकर भारत का एक जिम्मेदार नागरिक बने. जिसके लिए वह अपने विद्यार्थियों को उनकी रुचि के अनुसार एनडीए में दाखिला लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और तैयारी करने में उनकी हर तरह से मदद करते हैं.

वाजेह रहे कि एनडीए यानि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, भारतीय सशस्त्र सेना की एक संयुक्त सेवा अकादमी है. जहां तीनों सेवाओं, थल सेना, नौ सेना और वायु सेना के कैडेटों को उनके संबंधित सेवा अकादमी के पूर्व - कमीशन प्रशिक्षण में जाने से पहले एक साथ प्रशिक्षित किया जाता है.

अनीस कुट्टी पिछले 33वर्षों से बच्चों को गणित पढ़ा रहे हैं. बच्चों की दिलचस्पी के लिए वह मैथ्स पढ़ाने के नए नए तरीके खोजते रहते हैं. जैसे अमर-अकबर-एंथोनी, चंगू-मंगू, मारा-मारी, जुगलबंदी, चंडाल चौकड़ी वगैरह.  बच्चों को उनका सट्टा मैथड बहुत पसंद आता है जिसका मतलब है शार्टकट टू ए प्रोबलम.

अनीस कुट्टी को उनके विद्यार्थी सर नहीं, बल्कि भईया कह कर बुलाते हैं. और वह हमेशा एक बड़े भाई की ही तरह उनका मार्गदर्शन करते हैं. अनीस कुट्टी के प्रोत्साहन, ट्रेनिग और गणित समझाने के तरीकों ने 500 से भी ज्यादा बच्चों को एनडीए में स्थान दिलाने में सहायता की है. इसके अलावा उनके विद्यार्थी और भी जगहों पर अपनी खिदमत दे रहे हैं.

वह कहते हैं कि गणित की अहमियत आज के टेक्नॉल्जी के समय में और बढ़ गई है. मैथ्स फोबिया से बच्चे बाहर आएं और अपना 100 प्रतिशत प्रस्तुत करें.