आवाज द वाॅयस नई दिल्ली
आज ईद-उल-अजहा है. कोरोना वायरस के चलते अब ईद की खुशियां सिमट कर रह गई हैं. एक लेख में कहा गया है कि ऐसे में बच्चों को घर से बाहर निकालने के अलावा उन्हें ईद की खुशियों का अहसास कराने के साथ उन्हें ईदी देने के लिए क्या किया जा सकता है?
घर पर ईद अल-अधा मनाने का सबसे अच्छा तरीकाबच्चों को उपहार देने से उनके दिल पर गहरा असर पड़ता है. उपहारों का महंगा होना जरूरी नहीं है, लेकिन उन्हें सुखद आश्चर्य होना चाहिए. ईद पर माता-पिता अपने बच्चों को कैंडी या छोटे खिलौने दे सकते हैं.
जैसे बच्चों को ईदी देने का रिवाज है. यह एक उपहार है जो आमतौर पर बड़े रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों द्वारा बच्चों को दिया जाता है. यह बच्चों के लिए खुशी का स्रोत है.
बच्चों पर ईद का मनोवैज्ञानिक प्रभाव
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- ईद बच्चों के लिए खुशी का कारण है. यह उनके दिलों में बस जाता है क्योंकि बच्चे ईद की योजना बनाते हैं.
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- ईद बच्चे को परिवार में अहमियत का एहसास कराती है. यह आत्मविश्वास का निर्माण करता है और व्यक्तित्व को मजबूत करता है.
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- ईद जवान और बूढ़े के बीच की खाई को पाट देती है.
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- ईद छोटे बच्चों में अच्छे संस्कार लाता है. जैसे बिना मांगे देना, एक-दूसरे की खुशियां बांटना और दूसरों को प्राथमिकता देना.
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- ईद बच्चों के लिए ईद के दिन को अहम बनाता है. उनकी यादें ईद से जुड़ जाती हैं.
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- ईद बच्चों में कुछ सकारात्मक कौशल भी विकसित करता है जैसे कि धन का उचित तरीके से संचय करना.