आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
पैगम्बर मोहम्मद और सीरत-ए-तैयबा की शिक्षाओं को लोकप्रिय बनाने के लिए सोशल मीडिया डेस्क ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड #नबी_ए_रहमत के नाम से ट्विटर पर ट्रेंडिंग अभियान शुरू कर रहा है. ट्रेंडिंग का समय 11 रबी-उल-अव्वल सोमवार, 18 अक्टूबर को शाम 7 बजे निर्धारित किया गया है.
#हैशटैग की घोषणा बोर्ड के सोशल मीडिया अकाउंट्स के माध्यम से समय से पहले की जाएगी. इसे बोर्ड के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया जाएगा.बता दें कि इस्लामिक महीनों में रबी-उल-अव्वल का महीना अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसमें पैगंबर मुहम्मद का जन्म हुआ. उन्हें पूरे ब्रह्मांड के लिए दया के रूप में भेजा गया था. उनके आने से मानवता को नई दिशा मिली.
यह कहना है, सोशल मीडिया डेस्क ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के संयोजक और बोर्ड के सचिव हजरत मौलाना मोहम्मद उमरैन महफूज रहमानी का. मौलाना ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब के नबी बनाए जाने से पहले पूरी दुनिया उत्पीड़न की शिकार थी.
हर जगह हत्या, लूटपाट, उत्पीड़न का दौर था. इंसान मानवीय भावना से बिल्कुल नीचे गिर चुका था. इन परिस्थितियों में, अल्लाह ने हजरत मुहम्मद रसूलुल्लाह को पूरी दुनिया के लिए दया के रूप में भेजा. उनका आना निश्चित रूप से समस्त मानव जाति के लिए एक वरदान है.
उनके आगमन से एक ओर जहां तौहीद (एकेश्वरवाद) और रिसालत का झंडा लहराया, वहीं दूसरी ओर जुल्म के बादल छंटे और न्याय व्यवस्था स्थापित हुई. उन्होंने लोगों को मानवता की शिक्षा दी. अपनी शिक्षाओं के माध्यम से लोगों को जीवन की राह दिखाई. दुनिया को शांति और व्यवस्था और संतोष संदेश दिया.
मौलाना ने कहा कि उन्होंने जीवन के हर पहलू में मार्गदर्शन किया. सभी को समानता का दर्जा दिया. उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य समान हैं. एक श्वेत व्यक्ति को अश्वेत व्यक्ति पर, एक अमीर व्यक्ति को एक गरीब व्यक्ति पर, एक अरबी व्यक्ति को एक गैर-अरब पर एक स्वामी को दास पर और एक राजा को आम आदमी पर वरीयता नहीं है. वह इससे डरता है और अपनी इच्छा के अनुसार रहता है.
मौलाना रहमानी ने कहा कि अल्लाह ने उन्हें मानव जाति के लिए सबसे अच्छा रोल मॉडल बनाया है. उसकी विधि प्रकृति और बुद्धि के अनुरूप है. मानवता के हितैषी की दिनचर्या जीवन का आदर्श वाक्य और मानक है. पैगंबर मोहम्मद साहब की सुन्नत और शरीयत न्याय के दिन(अंतिम दिवस ) तक सभी मानवता के लिए प्रकाशस्तंभ है.
इसलिए पैगंबर की जीवनी का हर पहलू उज्ज्वल है. आपके जन्म के दिन से लेकर आपकी मृत्यु के दिन तक आपके धन्य जीवन के हर एक हिस्से को हदीस और परंपराओं के माध्यम से संरक्षित किया गया है, ताकि हम इससे मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें.
मौलाना ने कहा कि जहां हमें पैगम्बर की जीवनी को अपनाना है, वहीं उनकी जीवनी को भी सार्वजनिक करना है. इसे देखते हुए पैगम्बर और सीरत-ए-तैयबा की शिक्षाओं को लोकप्रिय बनाने के लिए सोशल मीडिया डेस्क ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड #नबी_ए_रहमत के नाम से ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है.
ट्रेंडिंग का समय 11 रबी-उल-अव्वल सोमवार, 18 अक्टूबर को शाम 7 बजे है. हैशटैग की घोषणा बोर्ड के सोशल मीडिया अकाउंट्स के माध्यम से समय से पहले की जाएगी. इसे बोर्ड के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया जाएगा.
मौलाना मुहम्मद उमरैन महफूज रहमानी साहब ने इस्लाम के सभी भाइयों, विशेष रूप से राष्ट्रीय और सामाजिक संगठनों के नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और देश के युवाओं से अपील की है कि वे इस ‘‘नबी-ए-रहमत ट्विटर अभियान‘‘ में पूर्ण भाग लेकर पवित्र पैगंबर से अपने प्रेम का इजहार करें. आप लिखित लिंक के माध्यम से बोर्ड के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को भी फॉलो कर सकते हैं.