- हरियाणा सरकार ने आलम गुमट को पत्र भेजकर दी जानकारी
- सरकार ने डीसी नूंह को पत्र भेजकर मकबरा से अवैध कब्जा हटाने के लिए आदेश
यूनुस अलवी / मेवात
नूंह जिला के खंड नगीना के गांव गुमट बिहारी स्थित ऐतिहासिक धरोहर को बचाने की काफी समय से प्रयास किए जा रहे हैं. इस अभियान के अगुवा आलम गुमट को पुरातत्व विभाग द्वारा शुक्रवार को तृतीय पृष्ठ का पत्र भेजा गया है, जिसमें दर्शाया गया है कि गुमट बिहारी के “गुंबद” यानि मकबरे को हरियाणा राज्य स्मारक सूची में शामिल किया जाएगा. इस बारे में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है. जिला उपायुक्त नूंह को भी पत्र भेजकर गांव स्थित “गुंबद” के आस-पास अवैध कब्जा हटवाने से निर्देश दिए गए हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता आलम गुमट ने बताया कि वे अपने गांव गुमट बिहारी स्थित ऐतिहासिक धरोहर “गुंबद” को बचाने और हरियाणा स्मारक सुरक्षित सूची में शामिल कराने को लेकर 28जुलाई, 2018 से लगातार प्रयास करते आ रहे हैं. अगस्त, 2018 में मेवात क्षेत्र में आए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को गुमट बिहारी स्थित गुंबद की मरम्मत से संबंधित मांग पत्र दिया था.
उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐतिहासिक धरोहर “गुंबद” को बचाने और हरियाणा स्मारक सुरक्षित सूची में शामिल कराने को लेकर मेवात के नेताओं से गुहार लगाई थी और ईमेल, ट्वीटर, फेसबुक, वॉट्सप, द्वारा संबंधित विभागों से तथा डाक द्वारा भी पर्यटक मंत्रालय भारत सरकार, केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, वक्फ बोर्ड हरियाणा, पुरातत्व विभाग हरियाणा, व अधिकतर संबंधित अधिकारियों को अवगत कराते रहे हैं. अब दो दिन पहले शुक्रवार को उसके पास हरियाणा सरकार की तरफ से पत्र आया, जिससे आशा की एक किरण जागी है.
आलम गुमट ने बताया कि मुझे अब विश्वास हो रहा है जल्द ही मेरे गांव की ऐतिहासिक धरोहर की हालत में सुधार आएगा. इतना ही नहीं, गुमट बिहारी गांव विकसित होगा.