गांधी जयंतीः जब सेठ अचल सिंह ने गांधी को लिखा सुपरमैन, सोने के सिक्के बनवाकर बांटे

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 02-10-2022
गांधी पर बने सोने के सिक्के
गांधी पर बने सोने के सिक्के

 

आवाज- द वॉयस ब्यूरो/ आगरा

सेठ अचल सिंह ने 1100 सिक्के बनवाकर हिंदुस्तान भर में कांग्रेसियों में बांटे थे, गांधी जी के 75 वें जन्म दिन पर सेठ अचल सिंह द्वारा महात्मा पर निकाला गया विशेष सोने का सिक्का

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जिंदगी से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं, जिनसे लोग आज भी अनजान हैं. ऐसा ही एक वाकया गांधी जी के 75वें जन्मदिन का है. हालांकि इस बारे में इतिहास में तो कहीं भी जिक्र नहीं,  मगर घटना से जुड़े लोगों के जहन में यह आज भी ताजा है.

उस दौरान आगरा के पहले सांसद और कांग्रेसी नेता सेठ अचल सिंह ने महात्मा गांधी के तस्वीर वाले 1100 सोने के सिक्के बनवाकर देशभर के कांग्रेसियों को बांटे थे और आगरा में बड़े स्तर पर जश्न मनाया.

बात 1944 की है, जब देशभर के कांग्रेसी आजादी की जंग के बीच बापू का 75वां जन्मदिन मनाने की तैयारियों में जुटे थे. तभी आगरा के पहले सांसद (सन् 1952 से 1977 तक) रहे और कांग्रेसी नेता सेठ अचल सिंह के दिमाग में यह विचार आया कि उन्होंने 1100 सोने के ऐसे सिक्के बनवाए, जिसमें एक तरफ गांधी जी का चित्र और ऊपर की ओर अंग्रेजी में सुपरमैन लिखा था. वहीं नीचे की ओर हिंदी में राष्ट्रदेव पूज्य महात्मा जी लिखा था.

सिक्के के दूसरी ओर अविभाजित भारत का नक्शा एवं नक्शे के मध्य में गांधी जी को लाठी लिए दिखाया गया था. नक्शे के बीच में अंग्रेजी में गांधी जी इन इंडिया अंकित था और इसी ओर गोलाई में गांधी जी के वाक्य 'प्रेम व अहिंसा ही मेरा प्राण है' लिखा था. नीचे की ओर सत्य ही ईश्वर है, लिखवाया गया.

इतिहासकार राजकिशोर शर्मा 'राजे' ने बताते हैं कि इन खास सिक्कों को गांधी जयंती पर सेठ अचल सिंह ने बनवाया था. इन्हें कुछ खास कांग्रेसी और उनके मिलने वालों को बांटे थे. ये बहुत ही शानदार सिक्के थे. इस पर कई संदेश लिखे थे.

नक्शे के बीच में गांधी जी की उस दौरान की उम्र 75 वर्ष भी उत्तीर्ण कराई गई. इस तरह से तैयार सिक्कों को सेठ अचल सिंह ने हिंदुस्तानभर के कांग्रेसियों में बंटवाया. गांधी जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देकर ढेरों खुशियां मनाई. सेठ अचल सिंह ने तत्कालीन आजीवन मजिस्ट्रेट नंद किशोर शर्मा को भी उस दौरान एक सिक्का दिया, जो उनके परम मित्रों में से थे. बाद में इस सिक्के को सेठ अचल सिंह के के पौत्र और आगरा के सांसद रहे निहाल सिंह ने संभालकर रखे थे.