मलिक असगर हाशमी /नई दिल्ली
तृमाल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा हैदराबाद के मुस्लिम स्विगी डिलीवरी बॉय के पक्ष में आ गई हैं. उन्होंने घरों तक खाना पहुंचाने वाली कंपनी से उक्त ग्राहक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिसने मुस्लिम डिलीवरी बॉय से खाना सप्लाई करने पर लेने से मना कर दिया था.
लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से मुस्लिम िडलीवरी बॉय से खाना नहीं लेने वालों की जमकर खिंचाई की.उन्होंने लिखा-घृणा और कट्टरता के सामान्यीकरण को देखकर दुख होता है. जो पहले व्यक्तिगत पूर्वाग्रहों को छुपाते थे वे अब बहुसंख्यकवाद की गर्वित सार्वजनिक घोषणा बन गए हैं.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) September 1, 2022
उन्होंने स्विगी से अपील करते हुए लिखा,‘‘ कृपया उक्त ग्राहक को ब्लैकलिस्ट करें, नाम सार्वजनिक करें और पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं. यह स्पष्ट रूप से अवैध है.’’बता दें कि स्विगी के डिलीवरी ऐप के निर्देश बॉक्स में एक ग्राहक ने लिखा था कि मुस्लिम डिलीवरी व्यक्ति नहीं चाहिए.
— Shaik Salauddin (@ShaikTgfwda) August 30, 2022
बाद में इंडियन फेडरेशन ऑफ ऐप-आधारित ट्रांसपोर्ट वर्कर्स (आईएफएटी) के राष्ट्रीय महासचिव शेख सलाउद्दीन ने सोशल मीडिया पर निर्देश का स्क्रीनशॉट साझा किया.
उन्होंने लिखा, “प्रिय स्विगी कृपया इस तरह के अनुरोध के खिलाफ स्टैंड लें. हम (डिलीवरी वर्कर) यहां सभी को खाना पहुंचाने के लिए हैं, चाहे वह हिंदू हो, मुस्लिम हो, ईसाई हो, सिख हो, मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना.”
तस्वीर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, कई नेटिजन्स ने भोजन वितरण के काम को सांप्रदायिक रंग देने के प्रयास की निंदा की. स्विगी से कट्टरता के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया .
कांग्रेस के शिवगंगा से सांसद कार्ति पी. चिदंबरम ने सलाउद्दीन की मांग का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि फूड डिलीवरी कंपनियों बैठकर आपस में तय करें कि उन्हें इस तरह की कट्टरता का सामना कैसे करना है?
राहुल ईश्वर ने स्विगी से ग्राहक को ब्लैकलिस्ट करने का अनुरोध किया है. उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा कि ग्राहक हमारे मुस्लिम भाइयों के खिलाफ नफरत फैला रहा है. इस तरह नफरत फैलाने वाले भारत को नीचा दिखाना चाहते हैं.
इधर, टीएमसी नेता और लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा के ट्वीट का जवाब देते हुए स्विगी ने लिखा, “ स्विगी के वितरण ब्रह्मांड में भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं . आदेशों का असाइनमेंट पूरी तरह से स्वचालित है और ऐसे किसी भी अनुरोध को ध्यान में नहीं रखते.
— Swiggy Cares (@SwiggyCares) September 1, 2022
हम अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए स्क्रीनशॉट की प्रामाणिकता और नवीनता को सत्यापित करने का प्रयास कर रहे हैं. इस घटना की पहली रिपोर्ट कुछ दिन पहले की गई थी.
वैसे, यह पहली बार नहीं हुआ है, जब किसी ग्राहक ने फूड डिलीवरी ऐप पर ऐसा अनुरोध किया है. कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश में एक व्यक्ति ने जोमैटो के एक ऑर्डर को यह कहते हुए रद्द कर दिया था कि गैर-हिंदू डिलीवरी बॉय को बदल दें, पर उसका अनुरोध अस्वीकार कर दिया गया था.