नई दिल्ली. माल-सेवा कर (जीएसटी) और ई-कॉमर्स नीति की प्रतिबद्धताओं के विरोध में अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ के ‘भारत व्यापार बंद‘ के आहवान पर कारोबार नहीं हुए. इसके कारण बाजारों में किसी तरह की गतिविधियां नहीं हुईं.
परिसंघ ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि देश भर के बाजार सूनेपन की स्थिति में थे. पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण भारत के सभी राज्यों के व्यापारियों ने केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और जीएसटी के विरोध मंे अपने कारोबार बंद रखा.
बताया गया कि देश भर में, व्यापारी से व्यापारी और व्यापारी से उपभोक्ता तक व्यवसाय बंद रहा. हालांकि, दिल्ली की ट्रेड यूनियनों ने बंद में हिस्सा नहीं लिया. बयान में दावा किया गया कि देश भर में लगभग 80 मिलियन व्यापारियों, 10 मिलियन ट्रांसपोर्टरों, 30 मिलियन फेरीवालों और लगभग 7.5 मिलियन छोटे उद्योगों ने अपने व्यवसाय बंद रखा.