तेल की खली के निर्यात में 12 फीसदी का उछाल

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 17-06-2022
तेल की खली के निर्यात में 12 फीसदी का उछाल
तेल की खली के निर्यात में 12 फीसदी का उछाल

 

नयी दिल्ली.

देश में तेल की खली का निर्यात मई में 12 प्रतिशत बढ़कर 2,55,453 टन पर पहुंच गया जबकि मई 2021 में यह आंकड़ा 2,28,319 टन रहा था. खली का इस्तेमाल मवेशियों के चारे के रूप में किया जाता है.

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, कनोला (रेपसीड) की खली के निर्यात में आई जबरदस्त तेजी के दम पर खली निर्यात के आंकड़ों में बढ़त दर्ज की गई है.

आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दो माह के दौरान कनोला की खली का निर्यात तेजी से बढ़कर 3,98,355 टन पर पहुंच गया जो गत वित्त वर्ष में निर्यातित 2,74,692 टन से 45 फीसदी अधिक है.

एसोसिएशन के अनुसार, अप्रैल में दक्षिण कोरिया को अप्रैल और मई के दौरान 2,16,739 टन, वियतनाम को 1,25,597 टन, थाईलैंड को 61,539 टन , बंगलादेश को 70,574 टन तथा ताइवान को 27,089 टन तेल की खली निर्यात की गई.

दक्षिण कोरिया ने अप्रैल -मई के दौरान भारत से 1,83,325 टन कनोला खली, 27,084 टन अरंडी की खली और 6,330 टन सोयाबीन की खली आयात की है. वियतनाम ने इस अवधि में 64,902 टन राइस ब्रान, 59,558 टन कनोला खली, 821 टन सोयाबीन खली और 316 टन मूंगफली की खली का आयात किया.

थाईलैंड ने इस दौरान 61,215 टन कनोला खली और 324 टन सोयाबीन खली भारत से खरीदी. बंगलादेश ने इस अवधि में भारत से 13,470 टन राइस ब्रान तथा 57,104 टन कनोला खली का आयात किया.

ताइवान ने 23,594 टन अरंडी की खली, 2,947 टन कनोला खली, 299 टन मूंगफली की खली और 249 टन सोयाबीन खली भारत से खरीदी. खली के निर्यात के मामले में 2021-22 अच्छा नहीं रहा था.

साल 2020-21 में देश से 36.8 लाख टन खली निर्यात की गई थी लेकिन आलोच्य साल में यह घटकर 23.8 लाख टन पर आ गई. एसोसिएशन ने कहा कि देश में सोयाबीन की घरेलू स्तर पर कीमत काफी अधिक है, जिसके कारण मूल्य के आधार पर भारत सोयाबीन की खली के निर्यात बाजार में प्रतिस्पर्धी नहीं रह पाया है.

एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक बी वी मेहता ने बताया कि भारत के कांडला में सोयाबीन की खली अभी 720 डॉलर बोली जा रही है जबकि अर्जेटीना ने 532 डॉलर और ब्राजील ने 525 डॉलर का दाम बोला है.

तेल खली का सर्वाधिक निर्यात कांडला बंदरगाह के जरिये किया गया है. कांडला से 1,99,377 टन, मुंद्रा से 1,70,923 टन, जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट से 36,535 टन, कोलकाता से 63,266 टन तथा अन्य बंदरगाहों के जरिये 1,19,324 टन तेल खली का निर्यात किया गया है.