Market Watch: Investors eye tariff talks, economic indicators, forex drop and earnings data
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय शेयर बाजार के प्रतिभागियों की निगाह इस सप्ताह कई अहम घटनाओं पर टिकी रहेगी, जिनमें भारत और अमेरिका के बीच चल रही टैरिफ (शुल्क) से जुड़ी बातचीत, अमेरिका और भारत के उच्च-आवृत्ति वाले आर्थिक संकेतक, विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार दूसरी बार आई गिरावट और प्रमुख कंपनियों की पहली तिमाही के नतीजे शामिल हैं.
विशेषज्ञों के अनुसार, सप्ताह का पहला कारोबारी दिन बाजार के लिए निर्णायक हो सकता है, क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज़, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गजों के पहली तिमाही (Q1) के नतीजे इसी सप्ताहांत घोषित हुए हैं, जिन पर निवेशकों की तीखी नजर है.
SBI Securities के तकनीकी और डेरिवेटिव अनुसंधान प्रमुख सुदीप शाह ने कहा, "सोमवार का कारोबारी सत्र इंडेक्स के लिए अहम रहेगा. रिलायंस, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसी कंपनियों के नतीजे मौजूदा रुझान को या तो मजबूत करेंगे या फिर उसमें पलटाव ला सकते हैं.
शाह ने यह भी जोड़ा कि भारत-अमेरिका के बीच जारी टैरिफ वार्ता एक प्रमुख विकासशील मोर्चा है, जिस पर नजर रखना जरूरी होगा. "अगर इन वार्ताओं में तनाव बढ़ता है या समाधान निकलता है, तो इसका असर खासकर फार्मा, आईटी सेवाओं और औद्योगिक उत्पादों जैसे क्षेत्रों पर साफ दिखाई देगा," उन्होंने कहा.
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, आने वाले सप्ताह में अमेरिका और भारत से संबंधित उच्च-आवृत्ति वाले आर्थिक संकेतक बाजार धारणा को प्रभावित करेंगे। अमेरिका में 23 जुलाई को जून महीने के Existing Home Sales डेटा पर नजर रहेगी, जिससे हाउसिंग सेक्टर की मजबूती या कमजोरी का पता चलेगा, विशेष रूप से ऊंची मॉर्गेज दरों के चलते। इसके अगले दिन यानी 24 जुलाई को Initial Jobless Claims और जुलाई का S&P Global Manufacturing PMI (Preliminary) जारी होगा, जो श्रम बाजार और विनिर्माण गतिविधियों की स्थिति दर्शाएंगे.