भारत में बनाएं टेस्ला इलेक्ट्रिक कारें, गडकरी ने मस्क को दिया निमंत्रण

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 08-10-2021
नितिन गडकरी
नितिन गडकरी

 

नई दिल्ली. केंद्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने एलन मस्क द्वारा संचालित टेस्ला को भारत में इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करने के लिए कहा है . उन्होंने कहा कि सरकार विनिर्माण सुविधा के लिए आवश्यक सभी सहायता प्रदान करेगी. 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021' में बोलते हुए, गडकरी ने कहा, "मैंने टेस्ला से कहा है कि चीन में निर्मित इलेक्ट्रिक कारों को भारत में न बेचें. आपको हमारे देश में इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करना चाहिए और भारत से कारों का निर्यात भी करना चाहिए."

 
सरकार टेस्ला को अन्य रियायतों की पेशकश के साथ-साथ आयात शुल्क कम करने पर विचार कर सकती है, लेकिन इसके लिए ईवी प्रमुख को देश में एक विनिर्माण सुविधा स्थापित करने में निवेश करना होगा.
 
वर्तमान में, भारत 40,000 डॉलर (30 लाख रुपये) से अधिक कीमत की आयातित कारों पर बीमा और शिपिंग खर्च सहित 100 प्रतिशत कर लगाता है और 40,000 डॉलर से कम की कारों पर 60 प्रतिशत आयात कर लगता है.
 
मस्क ने हाल ही में कहा था कि वह भारत में कार लॉन्च करना चाहते हैं, लेकिन ईवी पर देश का आयात शुल्क 'दुनिया में अब तक सबसे ज्यादा' है.
 
उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट किया था, "हम ऐसा करना चाहते हैं, लेकिन किसी भी बड़े देश की तुलना में (भारत में) आयात शुल्क दुनिया में सबसे अधिक है!"
 
ईवी कंपनी ने सरकार से ईवी पर आयात कर को 100 फीसदी से घटाकर 40 फीसदी करने का आग्रह किया था. इलेक्ट्रिक कार निर्माता को आयातित कारों के साथ सफलता मिलने के बाद टेस्ला की कर्नाटक में अपनी विनिर्माण इकाई स्थापित करने की भी योजना है.
 
गडकरी ने कहा कि टेस्ला देश में अपनी इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण के लिए जो भी समर्थन करना चाहती है, सरकार वह प्रदान करेगी.
 
मंत्री ने हाल ही में कहा था कि टेस्ला के पास भारत में अपनी विनिर्माण सुविधा स्थापित करने का सुनहरा अवसर है, क्योंकि देश ई-वाहनों को लेकर उत्साहित है.
 
वर्तमान में, प्रीमियम कार बाजार भारत में कुल कार बाजार का लगभग 7 प्रतिशत है. आयात शुल्क में छूट के बिना, टेस्ला भारतीय बाजार के लिए प्रीमियम बनी रहेगी, लेकिन अल्ट्रा-प्रीमियम नहीं.
 
गडकरी ने यह भी कहा कि वैकल्पिक ईंधन और प्रौद्योगिकी के उपयोग से भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र दुनिया में नंबर एक हो सकता है.
 
उन्होंने कहा कि भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर को दुनिया में इस सेगमेंट का लीडर बनाना उनका सपना है.
 
मंत्री ने कहा, "मुझे विश्वास है कि हम पांच साल के भीतर वैकल्पिक ईंधन और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके दुनिया में नंबर एक बनने जा रहे हैं."
 
वायु प्रदूषण के मुद्दे पर बोलते हुए, गडकरी ने कहा, "हमारे देश की सबसे महत्वपूर्ण समस्या प्रदूषण और अर्थव्यवस्था से संबंधित समस्या है. इस तरह से पेट्रोल और डीजल का उपयोग करके हम देश में वायु प्रदूषण ही तो उत्पन्न करने जा रहे हैं."