India's audio market is growing rapidly, demand is coming from small cities and towns
नई दिल्ली
देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होने के कारण तेजी से आम लोगों की खर्च योग्य आय में इजाफा हो रहा है. किफायती डिवाइस की उपलब्धता और जेनजेड की आबादी बढ़ने के कारण भारत का ऑडियो मार्केट भी तेजी से बढ़ रहा है. एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
ग्लोबल मार्केट और कंज्यूमर इंटेलिजेंस फर्म जीएफके- एनआईक्यू कंपनी की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि ऑडियो डिवाइस का ऑफलाइन रिटेल मार्केट बढ़कर 5,000 करोड़ रुपये का हो गया है. इसकी वॉल्यूम में सालाना आधार पर 61 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है.
लाउडस्पीकर (विशेषकर साउंडबार) की बिक्री में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली. जुलाई 2023 से जून 2024 की अवधि में कुल बिक्री में छोटे शहरों की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत तक हो हई है.
होम ऑडियो सेगमेंट की वॉल्यूम में सालाना आधार पर 6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और इसकी वैल्यू 1,600 करोड़ रुपये रही है. पर्सनल ऑडियो मार्केट की वैल्यू 3,400 करोड़ रुपये पहुंच गई है. इमसें सालाना आधार पर 32 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है.
जीएफके- एनआईक्यू कंपनी के कस्टमर सक्सेस -टेक और ड्यूरेबल्स के प्रमुख अनंत जैन ने कहा कि होम और पर्सनल ऑडियो सॉल्यूशंस अधिक उपयोग बन गए हैं और आज के समय में भारतीय कंज्यूमर की लाइफस्टाइल का हिस्सा हैं.
आगे कहा कि एंटरटेनमेंट का परिदृश्य बदलने और ग्राहकों के प्रीमियम प्रोडक्ट्स, सिनेमैटिक ऑडियो अनुभव की तरफ शिफ्ट होने के कारण सेक्टर में विकास और अधिक आय अर्जित करने के मौके बढ़ रहे हैं.
फिलहाल एंट्री सेगमेंट, जिसमें 3,000 रुपये से कम के उत्पाद आते हैं. उसकी बाजार हिस्सेदारी 27 प्रतिशत है. वहीं, प्रीमियम उत्पाद जिनकी कीमत 8,000 रुपये से ज्यादा है. उनकी बाजार हिस्सेदारी 23 प्रतिशत है, जो दिखाता है कि ग्राहक अच्छे क्वालिटी उत्पादों की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं.
होम ऑडियो बिक्री में नॉर्थ जोन की हिस्सेदारी 31 प्रतिशत है. इस जोन में छोटे शहरों और कस्बों में ऑडियो प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ रही है, जो दिखाता है कि यहां ब्रांड्स के लिए विकास के अच्छे अवसर हैं.
रिपोर्ट में बताया गया कि टियर 4 से 6 कस्बों में होने वाली बिक्री की हिस्सेदारी मार्केट में 28 प्रतिशत से बढ़कर 32 प्रतिशत हो गई है, जो दिखाता है कि गैर-मेट्रो रीजन का महत्व बढ़ रहा है.
लाउडस्पीकर की कुल बिक्री में छोटे शहरों और कस्बों की हिस्सेदारी करीब 30 प्रतिशत हो गई है, जो दिखाता है कि नॉन-मेट्रो रीजन में ऑडियो प्रोडक्ट्स की मांग में इजाफा देखने को मिल रहा है.