आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अशोक लेलैंड विद्युतीकरण और आपूर्ति श्रृंखला की चुनौतियों सहित उभरते बाजार और वैश्विक रुझानों के अनुरूप खुद को ढालने के लिए सक्रिय रुख अपना रही है। कंपनी के चेयरमैन धीरज जी हिंदुजा ने यह बात कही है.
कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट 2024-25 में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए हिंदुजा ने कहा कि अशोक लेलैंड का इरादा दुनिया की प्रमुख वाणिज्यिक वाहन विनिर्माता बनने का है.
उन्होंने कहा कि वाणिज्यिक वाहन और परिवहन क्षेत्र बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण में तेजी आ रही है, जबकि एलएनजी और हाइड्रोजन-से चलने वाले वाहन अवधारणा से वाणिज्यिक वास्तविकता बन रहे हैं.
हिंदुजा ने कहा कि डिजिटलीकरण और संपर्क बेड़े के प्रबंधन, बिक्री बाद सेवा और संपूर्ण ग्राहक अनुभव को नया आकार दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाओं को भी नया रूप दिया जा रहा है.
हिंदुजा ने कहा कि इन रुझानों से निपटने और उनका लाभ उठाने के लिए, कंपनी एक बहुआयामी और सक्रिय दृष्टिकोण अपनाएगी.
उन्होंने कहा कि शोध और विकास में निरंतर निवेश से इलेक्ट्रिक, एलएनजी और हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों के विनिर्माण में तेजी आएगी.
चेयरमैन ने आगे कहा कि प्रौद्योगिकी साझेदारों और स्टार्टअप कंपनियों के साथ रणनीतिक गठजोड़ बनाकर, कंपनी का लक्ष्य नवोन्मेषण में आगे रहने, उन्नत टेलीमैटिक्स, कनेक्टिविटी और विश्लेषण को अपने उत्पादों में सहजता से एकीकृत करना है.
निर्यात पर उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों, विशेष रूप से पश्चिम एशिया, अफ्रीका और आसियान क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाएं हैं.